पाकिस्तान को कर्ज देने से कतरा रहा IMF ने कहा- पहले CPEC सौदों पर करें चर्चा
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की सरकार से अनुरोध किया है कि वह चीन-पाक आर्थिक गलियारे के ऊर्जा सौदों पर फिर से वार्ता करे।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की सरकार से अनुरोध किया है कि वह चीन-पाक आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के ऊर्जा सौदों पर फिर से वार्ता करे। बता दें, पाक अपनी नाकाम अर्थव्यवस्था में सहयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद मांग रहा है। जबकि आईएमएफ फिलहाल उसे नए सिरे से कर्ज देने में कतरा रहा है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि कतर की राजधानी दोहा में आईएमएफ के साथ पाकिस्तान की चर्चा हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, आईएमएफ ने सरकार से चीनी सहयोग से चल रही सीपीईसी बिजली सुविधाओं के साथ उसी तरह के बर्ताव का अनुरोध किया है जैसे 1994 व 2002 के बिजली कार्यक्रमों के तहत बनाए गए बिजली संयंत्रों के साथ किया गया था। स्वतंत्र बिजली उत्पादकों (आईपीपी) के साथ समझौतों की शर्तों पर फिर से वार्ता करने के लिए चीन के इनकार के बाद आईएमएफ की यह मांग सामने आई है। बता दें सीपीईसी फ्रेमवर्क समझौते ने इन संयंत्रों को बनाने की अनुमति दी है।
30 से ज्यादा भुगतान शर्तों पर वार्ता को कहा
वित्त मंत्रालय के शीर्ष अफसरों ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि आईएमएफ ने सौदों पर फिर से वार्ता की इच्छा के साथ ही चीनी बिजली उत्पादकों को भुगतान का मुद्दा उठाया था। आईएमएफ के स्थानीय प्रतिनिधि एस्थर पेरेज ने सीमित राजकोषीय लचीलेपन के कारण सभी हितग्राहकों से समान बर्ताव की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने बिजली सुधार रणनीति के तहत बिजली उत्पादन लागत घटाने के लिए 30 से ज्यादा भुगतान शर्तों पर पुन: वार्ता करने को कहा।
आईएमएफ की आपत्ति पर चीन को भुगतान रोका
वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि आईएमएफ ने इस साल फरवरी में चीनी स्वतंत्र बिजली उत्पादकों को 50 अरब रुपये देने पर भी पहले समझौतों पर फिर वार्ता किए बिना आपत्ति जताई थी। आईएमएफ की आपत्तियों के चलते सरकार ने पिछले हफ्ते चीनी उत्पादकों को सीधे तौर पर यह भुगतान नहीं किया।
आईएमएफ ने कृष्णा श्रीनिवासन को नियुक्त किया एपीडी का निदेशक
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंधक निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा ने भारतीय नागरिक कृष्णा श्रीनिवासन को एशिया एवं प्रशांत विभाग (एपीडी) का निदेशक नियुक्त किया है। वह 22 जून से कार्यभार संभालेंगे। उनके पास आईएमएफ में काम का 27 वर्ष से अधिक का अनुभव है।
आईएमएफ के अनुसार, वह चंग्योंग री की जगह लेंगे। मुद्राकोष ने 23 मार्च को चंग्योंग री के सेवानिवृत्त होने संबंधी घोषणा की थी। जॉर्जिएवा ने कहा, कृष्णा हमारे मुद्राकोष परिवार के एक बेहद सम्मानित सदस्य हैं और उन्होंने मुद्राकोष में अपने कार्यकाल के दौरान हमारे मिशन में कई महत्वपूर्ण एवं अभिनव योगदान दिए हैं। वह वर्तमान में एपीडी में उप निदेशक पद पर कार्यरत हैं, जहां वह चीन तथा कोरिया जैसे कई बड़े महत्वपूर्ण देशों तथा फिजी व वानुअतु जैसे प्रशांत के छोटे देशों में विभाग के कार्यों की देखरेख करते हैं।
दिल्ली विवि से अर्थशास्त्र में ऑनर्स
श्रीनिवासन ने इंडियाना विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी (ऑनर्स) किया है। इससे पहले उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में परास्नातक और दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक (ऑनर्स) किया है।