ब्रिटिश कंपनी इनोप्लास टेक्नोलॉजी लिमिटेड (Inoplas Technology Limited) कंपनी के एक फैसले की इन दिनों बहुत तारीफ हो रही है. दरअसल इस कंपनी ने अपने कर्मचारियों को 56-56 हजार रुपये बोनस के तौर पर देने का फैसला किया है. बोनस की यह राशि कर्मचारियों को अक्टूबर और जनवरी में दो बार में दी जाएगी.
दरअसल ब्रिटेन में मंहगाई लगातार बढ़ रही है. लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने यह निर्णय लिया है. बता दें हाल में कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ब्रिटेन के लोग महंगी बिजली की मार झेल रहे हैं.
इन हालात में कंपनी यह उम्मीद कर रही है कि उसके फैसले से कर्मचारियों को थोड़ी राहत तो मिलेगी. कंपनी के डायरेक्टर बॉब डेविस ने कहा, 'इस राशि से कर्मचारियों को कुछ तो निजात मिलेगी, वह घर का बिल भर पाएंगे, क्योंकि लोगों की जेब पर भारी मार पड़ रही है.'
वहीं कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कंपनी ने उत्पादकता बढ़ाने के मकसद से नए उपकरण में निवेश किया है. उन्होंने बताया कि कंपनी अब नए सोलर पैनल बनाने का काम कर रही है, ताकि लोगों का बिजली का बिल कम आए.
ब्रिटेन में रिकॉर्ड स्तर पर मुद्रास्फीति
बता दें ब्रिटेन में खाद्य उत्पादों के दाम बढ़ने से सितंबर में मुद्रास्फीति 40 साल के उच्च स्तर 10.1 प्रतिशत पर पहुंच गई. ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय ने बुधवार को सितंबर के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस महीने में सूचकांक 10.1 प्रतिशत उछल गया. अगस्त में मुद्रास्फीति में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
मुद्रास्फीति के नए आंकड़ों से पता चलता है कि ब्रिटेन में मुद्रास्फीति वर्ष 1982 के शुरुआती समय के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. इस दौरान जुलाई 2022 में भी मुद्रास्फीति ने इस स्तर को छुआ था.
सांख्यिकीय कार्यालय ने कहा कि सितंबर में मुद्रास्फीति की तीव्र वृद्धि में खाद्य उत्पादों का बड़ा योगदान रहा है. इस दौरान खाद्य मुद्रास्फीति एक साल पहले की तुलना में 14.5 प्रतिशत तक बढ़ गई. यह 1980 के बाद की सर्वाधिक खाद्य मुद्रास्फीति है.