रूस-यूक्रेन संकट यदि युद्ध में बदला तो बेहद विनाशकारी होंगे नतीजे, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने किया आगाह
रूस-यूक्रेन संकट
वाशिंगटन, एजेंसियां। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरस (Antonio Guterres) ने शुक्रवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन (Munich Security Conference) के उद्घाटन समारोह में कहा कि यदि रूस-यूक्रेन संकट युद्ध में बदलता है तो यह बेहद विनाशकारी होगा। बता दें कि रूस इस सम्मेलन में भाग नहीं ले रहा है। समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र प्रमुख (UN chief Antonio Guterres) की ओर से यह चिंता ऐसे समय जताई गई है जब पूर्वी यूक्रेन में स्थितियां तनावपूर्ण हैं और अशांत इलाके में भारी गोलाबारी देखी गई है।
इस बीच समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक रूसी सेना ने शुक्रवार को एलान किया कि शनिवार को उसके सामरिक बल बड़े पैमाने पर अभ्यास करेंगे। रूसी रक्षा मंत्रालय की मानें तो खुद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस सामरिक अभ्यास की निगरानी करेंगे। इस सैन्य अभ्यास में लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों को भी शामिल किया जाएगा। रूस की ओर से यह घोषणा ऐसे समय की गई है जब अमेरिका, नाटो सहयोगियों समेत पश्चिम मुल्कों ने यूक्रेन पर हमले की प्रबल आशंकाएं जाहिर की हैं।
वहीं रूस समर्थित अलगाववादियों के इलाके में शांति कायम रखने की जिम्मेदारी संभाल रहे अंतराष्ट्रीय निगरानीकर्ताओं के एक समूह ने दावा किया है कि उन्होंने बृहस्पतिवार को 24 घंटे में 300 से ज्यादा धमाके होने की बात कही है। जाहिर है यूक्रेन और रूस के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को रूसी हमले को लेकर आगाह करते हुए कहा है कि इसको रोकने के लिए शीर्ष स्तर पर कोशिशें की जानी चाहिए।
आलम यह है कि मौजूदा वक्त में पूरी दुनिया की नजरें यूक्रेन की सीमा के पास रूसी सैनिकों के जमावड़े पर टिकी हैं। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम मुल्कों का कहना है कि यूक्रेन के अशांत पूर्वी हिस्से से ही युद्ध की चिंगारी भड़क सकती है। अमेरिका का भी मानना है कि विद्रोहियों के साथ टकराव रूस को हमला करने का एक बहाना दे सकता है। अमेरिका और नाटो सहयोगी मुल्कों का कहना है कि रूस के पीछे हटने के कोई संकेत नजर नहीं आए हैं। रूसी सैनिक पीछे हटने के बजाय यूक्रेन सीमा पर जमा हो रहे हैं।