अमेरिका ने अगर जापान में तैनात की मिसाइलें तो सुरक्षा के लिए उठाएंगे जरूरी कदम: रूस
मॉस्को: मॉस्को का कहना है कि जापान में मध्यम दूरी की अमेरिकी मिसाइलों की तैनाती रूस की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करेगी। यह बयान एक बार फिर अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ रूस के रिश्तों में बढ़ते तनाव को दर्शाता है।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने कहा कि रूस ने जापानी पक्ष को अमेरिकी के साथ इस तरह के सहयोग के बारे में बार-बार चेतावनी दी है। मारिया जाखारोवा ने कहा कि इसके जवाब में रूस 'अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए मजबूर होगा।' इससे पहले, रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा था कि यदि अमेरिकी मिसाइलें इस क्षेत्र में दिखाई देती हैं तो रूस एशिया में मध्यम दूरी और छोटी दूरी की मिसाइलों की तैनाती पर विचार करेगा।
मारिया जाखारोवा ने रूस के अपडेटेड परमाणु सिद्धांत का भी जिक्र किया ताकि यह संदेश जा सके कि मॉस्को क्या संभावित कार्रवाई कर सकता है। बता दें राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले दिनों रूस के परमाणु सिद्धांत में बदलावों को मंजूरी दी थी। इसमें नई शर्तें तय की गई हैं कि कब परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
अपडेटेड परमाणु सिद्धांत कहता है कि एक गैर-परमाणु राज्य द्वारा किए गए हमले को अगर किसी परमाणु शक्ति का समर्थन हासिल होगा तो इसे रूस पर संयुक्त हमला माना जाएगा। बदलावों के तहत, पारंपरिक मिसाइलों, ड्रोन या विमानों के साथ रूस पर बड़ा हमला परमाणु प्रतिक्रिया के लिए जरूरी शर्तों को पूरा कर सकता है। किसी गठबंधन के सदस्य देश द्वारा रूस के विरुद्ध किसी भी प्रकार की आक्रामकता को मॉस्को पूरे समूह की आक्रामकता के रूप में देखेगा।