पर्यटकों को खूब लुभाती है आइसलैंड की काली रेत वाली समुद्री बीच, तेज स्नीकर लहरों में खींचने की असीम ताकत

नए लाइट सिस्टम से समुद्री बीच के प्राकृतिक सौंदर्य पर असर पड़ेगा।

Update: 2022-07-24 03:52 GMT

रिक्जेविक : अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आइसलैंड की प्रसिद्ध ब्लैक सैंड बीच (Black Sand Beach) एक प्रमुख आकर्षण है। लेकिन जियोलॉजी और 'समुद्र की ताकत' मिलकर इस किनारे को 'जानलेवा' बनाते हैं। बात हो रही है रेनिस्फजारा बीच (Reynisfjara Beach) की, जिसकी काली रेत और तेज लहरें आइलसैंड आने वाले पर्यटकों को खूब लुभाती हैं। लेकिन इस खूबसूरती को 'भयावह' माना जाता है क्योंकि यहां की स्नीकर लहरों (Sneaker Waves) की चपेट में आकर कई पर्यटकों की मौत हो चुकी है, जो लोगों को अपने साथ समुद्र में खींच ले जाती हैं। अब स्थानीय प्रशासन इस जगह को सुरक्षित बनाने के लिए प्लान तैयार कर रहा है।


यूरोन्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, स्नीकर वेव्स उन बड़ी और शक्तिशाली लहरों को कहते हैं जो कई छोटी-छोटी लहरों की ताकत के एक साथ मिलने से बनती हैं। यह समुद्र के बहाव के कारण भी हो सकता है या रेनिस्फजारा के मामले में लहरों में खींचने की शक्ति के पीछे एक भूमिगत चट्टान भी हो सकती है। रेनिस्फजारा बीच पर स्नीकर लहरें अन्य लहरों की तुलना में बहुत आगे तक आती हैं जो बेहद शक्तिशाली होती हैं और एक वयस्क को अपने साथ समुद्र के भीतर खींच सकती हैं।

बर्फीला पानी बनता है मौत का कारण
किसी स्नीकर लहर की चपेट में आने वाले व्यक्ति के लिए किनारे पर वापस आना बहुत मुश्किल होता है और पानी का तापमान, जो बर्फ जमने के स्तर से थोड़ा ही ऊपर होता है, तत्काल हाइपोथर्मिया का कारण बनता है जिससे व्यक्ति की मौत हो जाती है। पिछले महीने की मौत के बाद, बीते सात साल में पांच मौतों ने इस बहस को तेज कर दिया है कि या तो बीच को बंद कर दिया जाए या यहां नए सुरक्षा मानकों को लागू किया जाए।


साइन बोर्ड्स के साथ लगेंगी लाइट्स
रेनिस्फजारा बीच पर ऐसे कई साइन बोर्ड लगे हुए हैं जो लहरों के खतरे को लेकर आगाह करते हैं। लेकिन हाल ही में हुई मौत के बाद अधिकारियों को अतिरिक्त सुरक्षा मानकों की जरूरत महसूस हुई है। आइसलैंडिक रोड एडमिनिस्ट्रेशन रेनिस्फजारा के फुटपाथ और पार्किंग एरिया में लगे साइन बोर्ड के साथ नया लाइट सिस्टम भी लगाएगा। इलाके की निगरानी के लिए नया कैमरा सिस्टम भी लगाया जाएगा।

लाइट सिस्टम के खिलाफ हैं आलोचक
अधिकारियों ने पुलिस रिकॉर्ड की मदद से यह पता लगाया है कि कितनी ऊंची लहरें पर्यटकों के लिए खतरा बन सकती हैं। लहरों के खतरे को कलर सिस्टम से प्रदर्शित किया जाएगा- हरा, पीला और लाल। कुछ सरकारी अधिकारियों ने लहरों के खतरनाक होने पर बीच को बंद करने की वकालत की है। वहीं कुछ आलोचकों का कहना है कि नए लाइट सिस्टम से समुद्री बीच के प्राकृतिक सौंदर्य पर असर पड़ेगा।

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