पति की मौत: IVF तकनीक का सहारा लेकर पत्नी हुई प्रेग्नेंट, फिर...पढ़े हैरान करने वाला मामला
नई दिल्ली: लॉरेन मैकग्रेगर एक सिंगल मॉम हैं. कुछ समय पहले ही उनके पति की ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई थी. लॉरेन की ख्वाहिश थी कि उनके पति मरने से पहले अपनी संतान को देख पाते. 33 साल की लॉरेन ने पॉडकास्ट के माध्यम से बताया कि उनकी हंसती-खेलती जिंदगी के बीच ब्रेन ट्यूमर बहुत जल्दी आ गया. दोनों लंबे समय से अपनी फैमिली को आगे बढ़ाने का ख्वाब देख रहे थे. लेकिन पति के रहते उनके प्रेग्नेंट होने का सपना अधूरा ही रह गया.
साल 2019 के अंत में लॉरेन कंसीविंग को लेकर गंभीर हो चुकी थीं. लेकिन तब तक क्रिस की बीमारी बहुत बढ़ गई थी. दोनों ने फैसला किया कि कीमोथैरेपी से पहले वे क्रिस के स्पर्म को फ्रीज करेंगे. इस बीच कोरोना महामारी से पूरी दुनिया में तबाही मच गई थी. उनकी मेडिकल केयर फैसिलिटी पर भी इसका बुरा असर पड़ा.
आखिरकार साल 2020 में क्रिस की मौत के नौ महीने बाद लॉरेन ने इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के साथ उसके शुक्राणुओं को अपने गर्भ में धारण किया. लॉरेन को मजबूरन यह काम अकेले करना पड़ा, लेकिन कई मायनों में उन्हें लगता है कि क्रिस उनके साथ ही हैं. मैक्ग्रेगर ने पॉडकास्ट पर बताया कि क्रिस और वो बचपन से एक दूसरे को जानते थे. दोनों साल 2012 में क्रिस की मां के देहांत के बाद रीकनेक्ट हुए थे.
पिछले रिलेशनशिप से भी क्रिस को एक बेटा था. फिर भी दोनों की ख्वाहिश थी कि एक दिन उनकी भी एक औलाद होगी. हालांकि साल 2013 में जब क्रिस को ब्रेन ट्यूमर की बीमारी के बारे में पता चला तो उन्होंने आपसी सहमति के साथ इस प्लान को आगे बढ़ा दिया. बच्चा पैदा करने की इच्छा साल 2017 में एक बार फिर तेज हुई, जब क्रिस की कीमोथैरेपी शुरू हो गई और उन्हें स्पर्म को फ्रीज करके रखने का विकल्प मिल गया.
कीमोथैरेपी से पुरुषों की फर्टिलिटी डैमेज हो सकती है. लेकिन इलाज के बाद क्रिस के शुक्राणुओं ने चार गुना मजबूती के साथ वापसी की. वह इस बात से भी खुश थी कि उन्हें कुछ ही महीने के भीतर स्पर्म को फ्रीज करने के लिए बैंक भी मिल गया. मैकग्रेगर ने कहा, 'हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें इस चीज की जरूरत पड़ेगी. लेकिन मैं बहुत खुश हूं कि हमारे पास इसका बैंक था. आज इसी की वजह से मुझे क्रिस की गर्भवती होने का सौभाग्य मिला है.'
कपल ने पहले से ही क्रिस के बिना बच्चे की परवरिश की संभावना पर बातचीत कर ली थी. यहां तक कि दोनों ने मिलकर बच्चे का नाम भी सोच लिया था. मैकग्रेगर ने बच्चे को वही नाम देने का फैसला किया है.
मैकग्रेगर ने कहा कि उसके पति की मौत के बाद आईवीएफ शुरू करने के लिए क्लीनिक को नौ महीने का इंतजार करना पड़ा. वह पहली साइकिल के बाद ही प्रेगेंट हो गई. मैकग्रेगर ने क्रिस के बेटे को इस बारे में जानकारी देने के लिए 12 सप्ताह का इंतजार किया. क्रिस के बेटे को प्रेग्नेंसी के बारे में पता चलते ही उसकी आंखों में आंसू आ गए. उसने अपने पिता की निशानी के तौर पर इसे स्वीकार करते हुए मैकग्रेगर को शुक्रिया कहा.