अमेरिकी यूनिवर्सिटी के सैकड़ों छात्र अफगानिस्तान में फंसे, डर में सभी स्‍टूडेंट

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित अमेरिकी यूनिवर्सिटी आफ अफगानिस्तान के सैकड़ों छात्र, इनके परिजन और स्टाफ देश से निकल नहीं पाए।

Update: 2021-08-31 18:07 GMT

काबुल, न्यूयार्क टाइम्स। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित अमेरिकी यूनिवर्सिटी आफ अफगानिस्तान के सैकड़ों छात्र, इनके परिजन और स्टाफ देश से निकल नहीं पाए। अमेरिका में बेहतर और सुरक्षित जीवन की आस में इन लोगों को निराशा हाथ लगी। सात घंटे इंतजार के बावजूद इन्हें काबुल एयरपोर्ट में प्रवेश नहीं मिला और बाद में घर लौटा दिए गए।

सात घंटे इंतजार के बाद भी एयरपोर्ट में नहीं मिला प्रवेश, लौटाए गए घर
अमेरिकी यूनिवर्सिटी आफ अफगानिस्तान के छात्रों के अनुसार, अमेरिकी सैन्य उड़ानों से देश से निकलने के लिए रविवार को अंतिम प्रयास किया गया था। इसके लिए सैकड़ों छात्र, करीबी रिश्तेदार और स्टाफ एक सुरक्षित स्थान पर एकत्र हुए और बसों में सवार होकर एयरपोर्ट की ओर रवाना हो गए। एयरपोर्ट में प्रवेश के लिए सात घंटे इंतजार किया गया, लेकिन हमारी उम्मीदें उस धराशायी हो गई, जब यह बताया गया कि निकासी अभियान रोक दिया गया है। हमले के खतरे को लेकर एयरपोर्ट के प्रवेश द्वारों को बंद कर दिया गया है।
छह सौ छात्रों और इनके रिश्तेदारों को अपने घरों को लौटने को कहा गया
यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से रविवार दोपहर छात्रों को भेजे गए ईमेल में कहा गया, 'मैं अफसोस के साथ आपको को यह सूचना दे रहा हूं कि एयरपोर्ट पर तैनात सैन्य कमान ने एलान किया है कि निकासी के लिए और विमान उड़ान नहीं भरेंगे।' यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष इयान बिकफोर्ड ने कहा, 'बेहतर भविष्य के लिए अमेरिकी सरकार से मदद की चाहत रखने वाले जिन छात्रों को लौटाया गया है, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है।' ईमेल में 600 छात्रों और इनके रिश्तेदारों को अपने घरों को लौटने को कहा गया।
24 वर्षीय एक छात्र ने बताया, 'हमारे नाम तालिबान को दिए जा रहे हैं। हम सभी भयभीत हैं, क्योंकि देश से निकल नहीं हो पा रहे हैं।' तालिबान ने गत 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद तालिबान आतंकियों ने यूनिवर्सिटी के प्रवेश द्वार के साथ अपनी एक तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर डाली थी। इसके साथ संदेश में कहा गया था कि वे विश्वास लायक नहीं हैं, क्योंकि अमेरिका प्रशिक्षित हैं।
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