इंग्लैंड में सैकड़ों की संख्या में कोरोनावायरस के खतरनाक डेल्टा वेरिएंट से पाए गए संक्रमित, अस्पताल में हुए भर्ती
ब्रिटेन में कोविड-19 के 99 फीसदी मामलों के पीछे इसी वेरिएंट का हाथ है.
इंग्लैंड (England) में सैकड़ों की संख्या में फुली वैक्सीनेटेड लोग कोरोनावायरस (Coronavirus) के खतरनाक डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) से संक्रमित पाए गए हैं. वैज्ञानिकों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. अपने लेटेस्ट कोविड-19 अपडेट में पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) ने इस बात की भी चेतावनी दी कि इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, वे भी डेल्टा वेरिएंट को उन्हीं लोगों की तरह तेजी से फैला सकते हैं, जिन्हें अभी तक वैक्सीन नहीं लगी है. गौरतलब है कि ब्रिटेन (Britain) के अलग-अलग हिस्सों में डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैल रहा है.
PHE ने कहा कि 19 जुलाई से दो अगस्त तक डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती होने वाले 1467 लोगों में से 55.1 फीसदी मरीजों ने वैक्सीन नहीं लगवाई थी. वहीं, 512 लोग या कहें 34.9 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी. 'फ्रीडम डे' के तौर पर 19 जुलाई को इंग्लैंड में लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील दी गई. ब्रिटेन में अभी लोगों के वैक्सीनेशन के लिए एस्ट्राजेनेका, मॉडर्ना और फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. फुली वैक्सीनेटेड होने के लिए इन वैक्सीनों की दोनों डोज की जरूरत है. अभी तक ब्रिटेन की 75 फीसदी व्यस्क आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है.
वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना जरूरी
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने कहा कि जितनी बड़ी आबादी का वैक्सीनेशन होगा, हम उतनी ही अधिक दर पर वैक्सीनेटेड लोगों को अस्पताल में भर्ती होते हुए देखेंगे. यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के मुख्य कार्यकारी जेनी हैरीज ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने के आंकड़े दिखाते हैं कि ये कितना जरूरी है कि हम सभी वैक्सीन की दोनों डोज लगवाएं. उन्होंने कहा, कोविड-19 से खुद को और अपने प्रियजनों को बचाने के लिए वैक्सीनेशन ही सबसे बढ़िया हथियार है. हालांकि, हमें ये भी याद रखना है कि वैक्सीन लगवाने से सभी खतरे समाप्त नहीं हो जाते हैं. इसके बाद भी बीमार होने का खतरा है.
वैक्सीन के जरिए मिलती है डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा
PHE के नतीजे अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के उन नतीजों से मेल खाते हैं, जिसमें पिछले हफ्ते कहा गया था कि वायरस के अन्य वेरिएंट्स के विपरीत डेल्टा से संक्रमित इस वेरिएंट को तेजी से फैलाते हैं. वैक्सीन के जरिए डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा मिलती हुई दिखी है, खासतौर पर वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद. मगर वैक्सीनेटेड लोगों के अन्य लोगों तक वायरस को पहुंचाने को लेकर अभी तक ज्यादा डेटा मौजूद नहीं है. दुनियाभर में डेल्टा वेरिएंट कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा फैलने वाला वेरिएंट बन चुका है. ब्रिटेन में कोविड-19 के 99 फीसदी मामलों के पीछे इसी वेरिएंट का हाथ है.