दुनिया में आखिर वायु की गुणवत्ता को कैसे नापते हैं? जानें एक्सपर्ट व्यू
सभी एक तरह की जहरीली गैस हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसकी मात्रा तय की गई है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने इमरान खान को पीएम पद से हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार आम लोगों की पीड़ा से बेखबर है और वे शासन करने के योग्य नहीं हैं इसलिए प्रधानमंत्री इमरान खान को पद से हट जाना चाहिए।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पेशावर में एक रैली में बोलते हुए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-बी) के नेता खाकान ने कहा कि 2018 के चुनावों में धांधली की घटनाएं धीरे-धीरे सामने आ रही थीं, उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि गिलगित-बाल्टिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राणा शमीम ने चुनाव में धांधली में एक भूमिका निभाने के लिए पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार को दोषी ठहराया था।
अब्बासी ने कहा कि सरकार अब अगले आम चुनावों में फिर से धांधली करेगी, जैसे उसने डस्का उपचुनावों में की थी। उन्होंने कहा, संसद में बने कानून से देश की समस्याओं का समाधान नहीं होगा। पेशावर में यह रैली विपक्षी दलों के गठबंधन, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट द्वारा घोषित विरोधों की लंबी श्रृंखला का एक हिस्सा थी। इस महीने की शुरुआत में पीडीएम ने देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू करने के साथ-साथ सरकार के जनविरोधी उपायों और मुद्रास्फीति के खिलाफ इस्लामाबाद की ओर एक लंबा मार्च निकालने की घोषणा की थी।
Edited By: Neel Rajputसर्दी का मौसम शुरू होते ही एक बार फिर दिल्ली के आसपास के शहरों में वायु प्रदूषण की चिंता लोगों को सताने लगी है। एक बार फिर हवा की गुवणत्ता का जिक्र हो रहा है। इस प्रदूषण की समस्या के माप के लिए भारत में राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक 17 सितंबर, 2014 को स्वच्छ भारत अभियान के तहत नई दिल्ली में शुरू किया गया था। ऐसे में यह जिज्ञासा होती है कि कैसे पता चलता है कि आपके आसपास की हवा अच्छी है ? किस तरह मापी जाती है आपके शहर की एयर क्वालिटी ? आखिर वायु की गुणवत्ता के मानक क्या है ? कैसे यह यंत्र काम करता है ? दुनिया में वायु गुणवत्ता के मानक एक जैसे हैं ? आइए जानते हैं पर्यावरणविद विजय पाल बघेल की राय।
आखिर वायु की गुणवत्ता को कैसे नापते हैं ?
पर्यावरणविद् विजय पाल वघेल का कहना है कि दरअसल, वायुमंडल में सभी गैसों की मात्रा प्राकृतिक रूप से सुनिश्चित होती है, जब इस वायु में इन गैसों का संतुलन गड़बड़ होता है तो इसका असर हवा की गुणवत्ता पर पड़ता है। वायु की गुणवत्ता मापने के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक यंत्र है। इसके आधार पर पता चलता है कि उस स्थान की हवा कितनी साफ है। यह एक सचेतक का काम करती है यानी आपको अलर्ट करती है। इसको ऐसे समझिए कि जैसे थर्मामीटर आपके शरीर के तापमान को बताता है। उस आधार पर चिकित्सक यह तय करता है कि आपको बुखार है कि नहीं। आप सामान्य है या आपको बुखार है या आपको तेज बुखार है। ठीक उसी तरह से यह इंडेक्स काम करता है। इंडेक्स भी हवा में प्रदूषित गैसों की मात्रा को बताता है। यह आपके लिए कितनी उचित या खतरनाक है।
आखिर यह कैसे काम करता है ?
वायु की गुणवत्ता नापने के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स में आठ प्रदूषक तत्वों का परीक्षण किया जाता है कि हवा में उनकी मात्रा कितनी है। अगर इन गैसों की मात्रा तय सीमा से ज्यादा होती है तो यह माना जाता है कि वायु प्रदूषित है। इन आठ तत्वों में सल्फर डाइआक्साइड, नाइट्रोजन डाइआक्साइड, कार्बन मोनोआक्साइड, पीएम-10, पीएम 2.5 की मात्रा शामिल है। इंडेक्स यह बताता है कि हवा में किन गैसों की कितनी मात्रा घुली हुई है। सभी एक तरह की जहरीली गैस हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसकी मात्रा तय की गई है।