जघन्य अपराध: महिला के गर्भाशय को काटकर अजन्मे बच्चे को निकाला गया, फिर...
सजा पर कोर्ट ने अंतिम समय में रोक लगा दी है.
अमेरिका (America) में करीब 67 साल में पहली बार किसी महिला कैदी को मिली मौत की सजा पर कोर्ट ने अंतिम समय में रोक लगा दी है, जिसे 12 जनवरी को फांसी दी जानी थी. कोर्ट ने कहा कि महिला की मानसिक स्थिति के निर्धारण की आवश्यकता है. महिला ने बेहद ही क्रूर या जघन्य अपराध को अंजाम दिया था और इसके बाद कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी.
अमेरिका के कंसास (Kansas) की रहने वाली लिसा मोंटगोमरी (Lisa Montgomery) ने एक गर्भवती महिला की गला दबाकर हत्या कर दी थी. इसके बाद उसने चाकू से पीड़िता के गर्भाशय को काट दिया और अजन्मे बच्चे को निकालकर भाग गई.
लिसा मोंटगोमरी (Lisa Montgomery) 16 दिसंबर 2004 को कंसास स्थित अपने फार्महाउस से 270 किलोमीटर दूर मिसौरी के स्किडमोर टाउन पहुंची. इसके बाद कुत्ता पालने वाली 23 वर्षीय बॉबी जो स्टिनेट (Bobbie Jo Stinnett) से मुलाकात की और बताया कि वह एक पिल्ला खरीदना चाहती है.
इसके बाद आरोपी लिसा मोंटगोमरी (Lisa Montgomery) ने रस्सी से बॉबी जो स्टिनेट (Bobbie Jo Stinnett) की गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद चाकू से स्टिनेट का पेट काटकर अजन्मे बच्चे को निकाल लिया और फरार हो गई.
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, घटना के अगले दिन ही पुलिस ने लिसा मोंटगोमरी (Lisa Montgomery) को गिरफ्तार कर लिया और गर्भ से निकाली गई बच्ची को छुड़ा लिया. पकड़े जाने के बाद लंबी सुनवाई चली और कोर्ट ने 2007 में महिला के अपराध को जघन्य बताते हुए मौत की सजा सुनाई थी.
लिसा मोंटगोमरी (Lisa Montgomery) ने जिस बच्ची को गर्भ से चुराया था, उसका नाम विक्टोरिया है और वह अब 16 साल की हो चुकी है.
इससे पहले अमेरिका में आखिरी बार 67 साल पहले साल 1953 में किसी महिला कैदी को मौत की सजा दी गई थी.