श्रीलंका में ईंधन की भारी किल्लत, लंबी कतारें में अपनी बारी का इंतजार करते दो बुजुर्गों की मौत
श्रीलंका में पेट्रोल पंपों के बाहर लंबी कतारों में अपनी बारी का इंतजार करते हुए
कोलंबो, श्रीलंका में पेट्रोल पंपों के बाहर लंबी कतारों में अपनी बारी का इंतजार करते हुए, 70 साल के दो बुजुर्गों की मौत हो गई। श्रीलंका इन दिनों ईंधन की भारी किल्लत से जूझ रहा है और उसके सामने विदेशी मुद्रा भंडार का ऐतिहासिक संकट खड़ा हो गया है। कोलंबो पुलिस ने रविवार को कहा कि मध्य कांडी जिले एवं कोलंबो के उपनगरीय क्षेत्र में कल करीब 70 साल केदो बुजुर्गों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि दोनों करीब छह घंटे से अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
माना जा रहा है कि भयंकर गर्मी के चलते दोनों बुजुर्गों की मौत हुई। अधिकारियों ने कहा कि सरकार वर्तमान संकट को कम करने के लिए भारतीय ईंधन पर निर्भर है। सरकारी सीलोन पेट्रोलियम कारपोरेशन के अध्यक्ष सुमित विजेसिंघे ने कहा, भारतीय क्रेडिट लाइन से हमें पेट्रोल, डीजल एवं जेट ईंधन जैसे उत्पाद मिलते हैं। उन्होंने कहा कि हमें इस महीने की 13 और 14 तारीख को जेट ईंधन मिला है। हमारे पास एक अन्य डीजल जहाज आया है, जिससे सोमवार को माल उतारा जाएगा।
विजेसिंघे ने कहा, ऐसा लगता है कि लोग ईंधन की कमी के चलते उसे जमा कर रहे हैं। संकट से पहले डीजल की दैनिक मांग 5,500 मीट्रिक टन और पेट्रोल की मांग 3,300 मीट्रिक टन थी लेकिन अत्यधिक खरीद के चलते डीजल की दैनिक मांग 7,000-8,000 मीट्रिक टन और पेट्रोल की मांग 4,200-4,500 मीट्रिक टन तक पहुंच गई है।
सुमित विजेसिंघे ने कहा कि बिजली कटौती से निपटने के लिए कई घरों में डीजल से चलने वाले जनरेटर संचालित होते हैं। कुछ पांच घंटे से अधिक समय तक चलते हैं। इसकी वजह से भी डीजल की मांग बढ़ गई है। पिछले महीने श्रीलंकाई सरकार ने माना था कि उसके पास ईंधन खरीदने के लिए नकदी की कमी है जिससे देश भर के अधिकांश फिलिंग स्टेशनों में पंप खाली हो गए हैं। हाल ही में भारत ने भारी वित्तीय संकट से जूझते श्रीलंका को एक अरब डालर की वित्तीय मदद दी थी।