यूरोप में 100 साल में सबसे भीषण बारिश, 117 लोगों ने गवांई जान, सैकड़ों लापता
पानी अत्यधिक मात्रा में जमा होने से भूस्खलन की भी चेतावनी दी गई है।
भारी बारिश की वजह से आए फ्लैश फ्लड और उफनाई नदियों से पश्चिमी यूरोप के कई देश प्रभावित हुए हैं। जहां जर्मनी और बेल्जियम में बीसियों लोगों की मौत हुई है, वहीं 1300 लोग लापता हैं।
एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया, पश्चिमी यूरोप में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या कम से कम 117 हो गई है। नीदरलैंड और स्विट्जरलैंड में भी कई गांव और शहर घुटनों तक पानी मे डूबे हैं। बचाव कार्यों के दौरान हजारों लोगों को प्रभावित शहरों से निकाला जा रहा है।
जर्मनी : अब तक 103 लोगों की मौत
यहां शुक्रवार को बाढ़ में मरने वालों की संख्या 93 से बढ़कर 103 हो गई है। संचार सेवाएं कई जगह ठप हैं, जिससे लापता लोगों की तलाश मुश्किल हुई है। यहां के अहरव्हीलर नामक शहर में ही अब 50 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार फ्लैश फ्लड ने काफी नुकसान किया। यह अचानक आया और कई घर बहाकर ले गया। सबसे ज्यादा प्रभावित उत्तरी राइन वेस्टफालिया राज्य के गवर्नर आर्मिन लाशेट के अनुसार मौतों का पुख्ता आंकड़ा अभी नहीं दिया जा सकता।
कई घर, संपत्ति और संचार सेवाएं बाढ़ के साथ आए मलबे में दबे हैं। बाढ़ के बाद पश्चिमी जर्मनी के एक लाख से अधिक घरों की बिजली गुल हो गई है। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने आपदा में मदद करने वालों का आभार और मृतकों के परिजनों के प्रति सांत्वना जताई।
बेल्जियम :11 की मौत, लोग विस्थापित
यहां 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मेयूज नदी की बाढ़ ने लीज शहर में कहर बरपाया। बड़ी संख्या में लोगों को विस्थापित किया गया।
नीदरलैंड : आगे भी भारी बारिश होगी
यहां के लिमबर्ग राज्य में सेना की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। आगे भी भारी बारिश की चेतावनी जताई गई है।
स्विजरलैंड : पानी से लबालब झीलें, भूस्खलन की आशंका
यहां के कई गांवों में पानी भरा है। बहुत सी बड़ी झीलों में पानी अत्यधिक मात्रा में जमा होने से भूस्खलन की भी चेतावनी दी गई है।