हार्वर्ड प्रोफेसर ने किया दावा- UFO अंतरिक्ष की प्राचीन सभ्यता से पृथ्वी पर आने वाले 'एलियन ड्रोन'
दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक हार्वर्ड के प्रोफेसर ने यूएफओ को लेकर सनसनीखेज दावा किया है
दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक हार्वर्ड के प्रोफेसर ने यूएफओ को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा कि यूएफओ अंतरिक्ष में मौजूद प्राचीन सभ्यता से पृथ्वी पर आने वाले एलियन के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) युक्त ड्रोन हो सकते हैं। कई बार यह सवाल उठ चुका है कि क्या मनुष्य ब्रह्मांड में अकेले हैं? अब इसी का जवाब ढूंढने के लिए हार्वर्ड एस्ट्रोफिजिसिस्ट प्रोफेसर एवी लोएब ने इस सवाल का जवाब देने का प्रयास करने के लिए एक नया मिशन शुरू किया है।
'प्रॉजेक्ट गैलीलियो' से खोज रहे एलियन से जुड़ी चीज
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, प्रोफेसर एवी लोएब ने ने इस प्रॉजेक्ट को गैलीलियो नाम दिया है। इस प्रॉजेक्ट का उद्देश्य विज्ञान का उपयोग करके हमारे आसमान में ऐसी किसी भी चीज की संभावित पहचान करना है जिसे 100 फीसदी एलियन से जुड़ा हुआ कहा जा सकता है। उन्होंने अपने कुछ वैज्ञानिक साथियों को को भी इस मिशन में लगाया है। ये सभी वैज्ञानिक अपने अध्ययन में अलौकिक जीवन के स्पष्ट प्रमाण की तलाश कर रहे हैं।
'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस हैं UFO'
उन्होंने कहा कि यह धरती पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साथ रसायनिक रूप से चलने वाले अंतरिक्ष यान भेजने के लिए पर्याप्त समय है। ये विमान स्वायत्ता के साथ उडडान भरने में सक्षम भी हैं। यह आवश्यक है क्योंकि सितारों के बीच की दूरी बहुत लंबी है और इसके लिए विमान को ऑटोमेटिक मोड में चलने की आवश्यक्ता हो सकती है। उन्होंने कहा कि मैं उन उपकरणों की कल्पना कर सकता हूं जो एक अरब साल पहले सभ्यताओं द्वारा लगाए गए थे।
ओउमुआमुआ को बताया था एलियन स्पेसक्राफ्ट का टुकड़ा
प्रोफेसर लोएब उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने 2018 में सुझाव दिया था कि पृथ्वी के पास से गुजरने वाली स्पेस ऑडिटी ओउमुआमुआ दरअसल एलियन के स्पेसक्राफ्ट का एक टुकड़ा है, जो कबाड़ के रूप में हमारी धरती के पास घूम रहा है। उन्होंने सन ऑनलाइन को बताया कि यह एक अलौकिक दुनिया से कुछ हो सकता है। करोड़ों साल पहले के मानवीय सभ्यताओं की कल्पना करें। यह सूर्य से पहले बनने वाले अधिकांश सितारों के भी पहले का है।
अमेरिकी रिपोर्ट में भी यूएफओ की मौजूदगी से इनकार नहीं
प्रोफेसर लोएब की टिप्पणी अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के उस रिपोर्ट के बाद आई है, जिसमें एलियंस और यूएफओ की संभावना ने इनकार नहीं किया गया था। यूएफओ की जांच करने वाले एक अमेरिकी कार्य बल की रिपोर्ट ने इस विचार की न तो पुष्टि की थी और न ही इसे खारिज किया था कि इस तरह की चीजों का दिखाई देना पृथ्वी पर एलियंस के आने का संकेत हो सकते हैं।
टाइम ट्रैवलर के दावा- आ रहे 7 फीट के एलियन
एक टाइम ट्रैवलर ने दावा किया है कि अगले साल धरती पर सात फीट लंबे एलियन उतरेंगे। यह टाइम ट्रैवलर खुद को वर्ष 2491 से होने का दावा करता है। फ्यूचरटाइम ट्रैवलर नाम से ब्लॉग चलाने वाले इस शख्स ने विचित्र तरीके से दावा किया कि वे धरती पर रहने वाले इंसानों के साथ युद्ध करेंगे। फ्यूचरटाइम ट्रैवलर ने अपने वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि 'जिसे आप एलियंस कहते हैं, वह अगले साल पृथ्वी पर अपनी पहली उपस्थिति बनाएगा। उन्हें पहली बार देखे जाने की सही तारीख 24 मई, 2022 है।'