हमास आतंकी और 'खान यूनिस का कसाई' याह्या सिनवार ने बच्चे को पकड़ाई AK-47, भड़क उठा इजरायल
हमास आतंकी और 'खान यूनिस का कसाई' याह्या सिनवार ने बच्चे को पकड़ाई AK-47
गाजा पट्टी: इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्षविराम होने के बावजूद आतंकी संगठन हमास उकसावे की कार्रवाई जारी रखे हुए है। इस बीच हमास का टॉप कमांडर और खान यूनिस का कसाई के नाम से कुख्यात याह्या सिनवार लोगों को इजरायल के खिलाफ उससाना जारी रखे हुए है। उसने कुछ दिन पहले ही गाजा पट्टी में इजरायली सेना के हाथों मारे गए एक आतंकी के बेटे को एके-47 पकड़ाकर अपने मंसूबों का ऐलान किया। इस दौरान हजारों लोगों की भीड़ याह्या सिनवार को घेरे हुए खड़ी थी।
हमास के राजनीतिक विंग का चीफ है याह्या सिनवार
याह्या सिनवार को इजरायल में खान यूनिस का कसाई के नाम से जाना जाता है। इसका पूरा नाम याह्या इब्राहिम हसन सिनवार है जो वर्तमान में हमास के राजनीतिक विंग का प्रमुख है। सिनवार साल 2017 में हमास के पोलित ब्यूरो का मेंबर भी बना था। इजरायली एजेंसियों के अनुसार, याह्या सिनवार हमास के पोलित ब्यूरो और उसकी सैन्य ईकाई आईक्यूबी के बीच की कड़ी माना जाता है।
याह्या सिनवार कैसे बना खान यूनिस का कसाई?
याह्या इजरायल के खिलाफ शुरू से ही सबसे मुखर रहा है। यही कारण है कि उसने 1988 में हमास के अंदर अल-मजीद नाम के आंतरिक खुफिया एजेंसी का गठन किया था। यह एजेंसी गाजा पट्टी में इजरायल के एजेंटों या उसके प्रति नरम रूख रखने वाले लोगों को खोजकर मारने का काम करती है। इसने इजरायल की मदद करने वाले हजारों फिलिस्तीनियों को अपने हाथों से मारा है। यही कारण है कि इसे खान यूनिस का कसाई कहा जाता है।
अमेरिका ने घोषित किया हुआ है स्पेशल आतंकी
इसे 2015 में अमेरिका ने स्पेशियली डेजिग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट्स की सूची में डाल दिया था। जिसका मतलब यह व्यक्ति अमेरिका के लिए वांछित आतंकी है। अमेरिका ने हमास को भी आतंकी संगठन घोषित किए हुए है। यही कारण है कि अमेरिका भले ही मौखिक तौर पर फिलिस्तीन के साथ बात करता है लेकिन हमास के साथ नहीं। हमास का मुख्य एजेंडा इजरायल को दुनिया के नक्शे से मिटाना है।
गाजा में युद्धविराम को फिलिस्तीनी बता रहे हमास की जीत
गाजा में इजरायल के युद्धविराम को फिलिस्तीनी लोग हमास की जीत बता रहे हैं। युद्धविराम के प्रभाव में आने के बाद हजारों फलस्तीनियों ने जश्न मनाया। उनमें से अनेक ने कहा कि युद्ध महंगा साबित हुआ लेकिन यह इस्लामी उग्रवादी समूह हमास की स्पष्ट जीत है। वहीं, इजराइल ने कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि यदि आगे कोई और शत्रुतापूर्ण कार्रवाई की गई तो वह नए सिरे से पूरी ताकत से जवाब देगा।
11 दिनों में इजरायल ने गाजा में बरपाया कहर
11 दिनों तक चले युद्ध में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं जिनमें अधिकतर फिलिस्तीनी हैं। युद्ध में हमास शासित गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है जो पहले से ही एक कंगाल क्षेत्र है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को तल्ख शब्दों में चेतावनी दी कि यदि आगे कोई और हमला किया गया तो उसका नए सिरे से पूरी ताकत से जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि हमास यह सोचता है कि हम रॉकेट हमलों को बर्दाश्त कर लेंगे तो वह गलत है।