2022 के लिए 9 मार्च से शुरू होगा H-1B वीजा का रजिस्ट्रेशन, बाइडेन ने ट्रंप का एक और फैसला पलट दी बड़ी राहत

अमेरिका में जो बाइडेन (Joe Biden) के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही वह पिछली सरकार के फैसलों को लगातार पलट रहे हैं.

Update: 2021-02-07 03:48 GMT

अमेरिका में जो बाइडेन (Joe Biden) के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही वह पिछली सरकार के फैसलों को लगातार पलट रहे हैं. अब उन्होंने एच-1बी वीजा (US H1B visa) को लेकर भी एक बड़ा फैसला लिया है. इसके लिए लॉटरी सिस्टम का इस्तेमाल जारी रहेगा. इस वीजा (US H1B visa latest news) के लिए 9 मार्च से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. फेडरल एजेंसी ने बताया है कि जो आवेदक कंप्यूटराइज्ड लॉटरी सिस्टम में सफल होंगे, उन्हें 31 मार्च तक इसकी जानकारी दे दी जाएगी. इसे लेकर अमेरिका की नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) ने एक अधिसूचना जारी की है.

इससे पहले राष्ट्रपति जो बाइेडन के प्रशासन (Joe Biden Administration) ने घोषणा की थी कि वह विदेशी पेशेवरों की अधिक मांग को देखते हुए वर्क वीजा (Work Visa) जारी करने हेतु पारंपरिक लॉटरी सिस्टम (US Traditional Lottery System) का इस्तेमाल जारी रखेंगे. USCIS ने कहा कि वित्त वर्ष 2022 एच-1बी कैप के लिए रजिस्ट्रेशन 9 मार्च की दोपहर से शुरू होंगे और 25 मार्च तक चलेंगे. एच-1बी एक गैर-अप्रवासी वीजा होता है. इसके माध्यम से अमेरिकी कंपनियां विदेशी पेशवरों को नौकरी पर रख सकती हैं.
भारतीयों को मिली बड़ी राहत
अमेरिकी सरकार के इस फैसले से आईटी सेक्टर में काम करने वाले भारतीयों (US H1B visa benefits) को बड़ी राहत मिली है. जिन आवेदकों को वीजा (US H1B visa status) मिल जाता है, वह अमेरिका में 1 अक्टूबर से अपनी नौकरी शुरू कर सकते हैं. कांग्रेस के नियमों के अनुसार, यूएससीआईएस एक साल में अधिकतम 65 हजार एच-1बी वीजा ही जारी कर सकता है. वह इसके अलावा 20 हजार उन विदेशी छात्रों को भी एच-1बी वीजा (US H1B visa process) जारी कर सकता है, जिन्होंने अमेरिकी विश्वविद्यालय से विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में उच्च शिक्षा पूरी की हो.
ट्रंप ने बदले थे वीजा से जुड़े नियम
इससे पहले ट्रंप प्रशासन (Trump Administration) के समय एच-1बी वीजा से जुड़ी चयन प्रक्रिया में बदलाव (US H1B visa changes) किया गया था. इन बदलावों के तहत लॉटरी सिस्टम के स्थान पर वेतन और कौशल को प्राथमिकता देने की बात कही गई थी. इससे भारतीय आईटी पेशेवर सबसे अधिक प्रभावित होने वाले थे. ट्रंप सरकार में किए गए ये बदलाव 9 मार्च से लागू होने थे. हालांकि 7 जनवारी को ही यूएससीआईएस ने घोषणा करते हुए कहा कि पारंपरिक लॉटरी सिस्टम का इस्तेमाल जारी रखेगा. उसने ये भी कहा कि वह चयन प्रक्रिया में अमेरिकी कर्मियों से हितों की रक्षा के लिए वेतन और इस बात का ध्यान रखेगा कि इस योजना से अधिक कौशल वाले लोगों को ही फायदा हो.




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