बुर्किना गांव पर बंदूकधारियों ने लोगों पर बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां, 30 की मौत
लेकिन वॉलंटियर लड़ाकों को डर है कि जिहादी उन्हें और उनके समुदाय को निशाना बना सकते हैं.
बुर्किना फासो (Burkina Faso) में के पूर्वी हिस्से में बंदूकधारियों ने लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां (Gunmen Attack) बरसा दीं. इस हमले में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है. बुर्किना फासो की सरकार ने इसकी जानकारी दी है. सरकारी अधिकारी लैबिडी ओयोबा ने हमले से जान बचाने के बाद एसोसिएटेड प्रेस से फोन पर बातचीत करते हुए कहा, ये हमला नाइजर की सीमा से लगे कोमंदजारी प्रांत (Komandjari province) के कोडयेल गांव में हुआ.
सरकारी अधिकारी लैबिडी ओयोबा ने बताया कि जिहादियों ने गांव को चारों ओर से घेर लिया और घर-घर जाकर तलाशी लेने लगे. इसके बाद उन्होंने घरों को आग के हवाले कर दिया और लोगों को मौत के घाट उतार दिया. उन्होंने कहा कि मैं इस हमले से पहले ही जान बचाकर भाग निकला, क्योंकि जिहादियों का पहला निशाना सरकारी अधिकारी होते हैं. हम ऊपर वाले से दुआ करते हैं कि हमारे देश में जल्द से जल्द शांति लौट आए. हम इस तरह की घटनाओं से थक चुके हैं.
एक हफ्ते पहले स्पेनिश पत्रकारों और आयरिश संरक्षणवादी की हत्या की गई
ये घटना ठीक उस घटना के एक सप्ताह बाद हुई है, जिसमें इसी प्रांत में एक शिकार-रोधी पेट्रोलिंग कार पर जिहादियों ने हमला बोल दिया था. इस हमले में स्पेन के दो पत्रकारों और एक आयरिश संरक्षणवादी की मौत हो गई थी. वहीं, हमले में एक सैनिक गायब भी हो गया था. इसी दिन पिछले हफ्ते ही बुर्किना फासो के साहेल क्षेत्र में स्थित यत्तकौ गांव में जिहादियों ने 18 लोगों की हत्या कर दी थी.
100 के करीब जिहादियों ने गांव पर बोला हमला
सोमवार रात हुए इस हमले से जान बचाकर भागने वाले एक अन्य निवासी मेदिमपो तंदंबा ने कहा कि 100 के करीब इस्लामिक चरमपंथी जिहादी गांव में मोटरसाइकिल, ट्रासाइकिल और पिक-अप ट्रक के जरिए घुसे. तंदंबा ने बताया कि इस गोलीबारी में उनके भाई के चार बच्चे मारे गए हैं. उन्होंने कहा कि हमें यहां लंबे समय से रहते आ रहे हैं, लेकिन आज हमें यहां रहने में डर लग रहा है.
जिहादियों के हमलों की वजह से विस्थापित हुए लाखों लोग
अल-कायदा (Al-Qaida) और इस्लामिक स्टेट (Islamic State) जैसे खूंखार आतंकी संगठनों से ताल्लुक रखने वाले इन जिहादियों ने अब तक हजारों लोगों को मौत के घाट उतारा. इन जिहादियों की वजह से लाखों की संख्या में लोगों को विस्थापित होने पर मजबूर होना पड़ा है. बुर्किना फासो की खराब हथियारों से लैस सेना इन जिहादियों के प्रसार को रोकने में विफल रही है. पिछले साल सरकार ने जिहादियों का मुकाबला करने के लिए वॉलंटियर लड़ाकों की मदद मांगी. लेकिन वॉलंटियर लड़ाकों को डर है कि जिहादी उन्हें और उनके समुदाय को निशाना बना सकते हैं.