Guided Mortar System's: इजरायल ने विकसित कर बनाया एक नया हथियार, भीड़ में मौजूद दुश्मनों को आसानी से बनाएगा निशाना
उन्होंने कहा कि सिस्टम के आने वाले महीनों में सक्रिय होने की उम्मीद है.
इजरायल के रक्षा मंत्रालय (Israeli Defense Ministry) ने कहा है कि उसने नए गाइडेड मोर्टार सिस्टम (guided mortar system) को पूरी तरह विकसित कर लिया है. जिससे सेना को अब एक नया हथियार मिल गया है. इससे वह भीड़ में मौजूद दुश्मनों को आसानी से निशाने पर ले सकती है. एक अधिकारी ने कहा कि 'आयरन स्टिंग' सिस्टम में जीपीएस और लेजर तकनीक दोनों का इस्तेमाल किया जा सकता है. जिससे सेना को दुश्मन की जानकारी आसानी से तो मिल ही जाएगी, साथ ही इससे आसपास मौजूद नागरिकों को नुकसान पहुंचाने का जोखिम भी कम होगा.
रक्षा मंत्री बैनी गेंत्ज (Benny Gantz) ने कहा कि सिस्टम 'युद्धक्षेत्र को बदल देगा और सुरक्षाबलों को अधिक प्रभावी और सटीकता प्रदान करेगा.' इजरायल की सेना ने हाल के वर्षों में गाजा पट्टी में फलस्तीन के आतंकियों से लड़ने के दौरान खुद को कई चुनौतियों से जूझते पाया है. इसके साथ ही सेना लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकियों के खिलाफ युद्ध की आशंका के चलते भी प्रशिक्षण ले रही है. इस महीने की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (International Criminal Court) ने इजरायल के खिलाफ फलस्तीनी क्षेत्रों में कथित अपराधों की जांच शुरू की है.
गाजा पट्टी पर किया चुनौतियों का सामना
आईसीसी की अभियोक्ता फताऊ बेंसौदा ने एक बयान में कहा था कि जांच 'बिना किसी डर या पक्षपात के स्वतंत्र, निष्पक्ष ढंग से की जाएगी.' ये जांच 2014 में गाजा पट्टी (Gaza Strip) पर हुए युद्ध के दौरान संभावित युद्ध अपराध को लेकर की जा रही है. जो उस समय इजरायल और हमास आतंकियों (Hamas militants) के बीच हुआ था, जिसमें सैकड़ों की संख्या में आम नागरिकों की मौत हो गई थी. इजरायल ने आम नागरिकों की मौत के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि हमास आवासीय क्षेत्रों से हमले कर रहा था. लेकिन मानवाधिकार समूहों ने कहा था कि सेना ने आतंकियों और नागरिकों के बीच अंतर करने में पर्याप्त सावधानी नहीं बरती थी.
अगले हफ्ते से काम करेगा सिस्टम
मिनिस्ट्री रिसर्च डिविजन में लैंड सिस्टम डिपार्टमेंट के प्रमुख कर्नल अस्ताफ शात्जकिन (Col. Assaf Shatzkin) ने कहा है कि नया मोर्टार सिस्टम हमास और हिजबुल्लाह जैसे दुश्मनों से लड़ने में सेना की मदद करेगा. उन्होंने कहा कि इससे कुछ मीटर की स्टीकता के साथ कम दूरी के लक्ष्यों पर हमले किए जा सकते हैं. शात्जकिन ने कहा, 'इस सटीक मोर्टार शेल से दुश्मन पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जा सकता है. बिना उन लोगों को कोई भी नुकसान पहुंचाए, जिन्हें युद्ध से कुछ लेना देना नहीं है.' उन्होंने कहा कि सिस्टम के आने वाले महीनों में सक्रिय होने की उम्मीद है.