म्यांमार में बढ़ रहा खौफ: सेना ने पहली बार तैनात किए टैंक, फायरिंग, विरोध कुचलने की तैयारी
भारत के पड़ोसी मुल्क म्यांमार में हालात दिन ब दिन खराब होते जा रहे हैं.
भारत के पड़ोसी मुल्क म्यांमार में हालात दिन ब दिन खराब होते जा रहे हैं. सैन्य तख्तापलट के खिलाफ उठ रहे विरोध के सुरों को सेना ने कुचल देने की पूरी तैयारी कर ली है. रविवार देर रात एक बार फिर से म्यांमार की सड़कों पर सेना ने टैंक (Myanmar : tanks on street and Internet cut off) उतार दिए. इससे आम लोग बुरी तरह से खौफजदा हैं. म्यांमार की सेना ने सोशल मीडिया अभियानों को खत्म करने के लिए फिर से इंटरनेट बैन कर दिया है.
म्यांमार में तेजी से बदल रहे हालात को देखते हुए वहां अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों से सावधानी बरतने को कहा है. यंगून में सेना की गतिविधियों को देखते हुए म्यांमार में अमेरिकी दूतावास ने अपील की है कि उनके नागरिक अपने घरों में ही रहें. एक फरवरी को तख्तापलट करने के बाद यह पहला मौका है जब म्यांमार की सेना टैंक आदि लेकर सड़कों पर उतरी है.
प्रदर्शनकारियों पर चलाई जा रही गोलियां
म्यांमार के कई शहरों में सेना के हथियारबंद वाहन दिखाई दे रहे हैं. माना जा रहा है कि ये संकेत है कि सेना ने विपक्ष की आवाज को पूरी तरह से कुचलने की तैयारी कर ली है. इंटरनेट भी रविवार शाम से लगभग बंद ही है. काचिन के उत्तरी क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां भी चलाईं. यहां पिछले 10 दिन से लगातार प्रदर्शन चल रहा है.
लोगों के खिलाफ जंग
संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने आरोप लगाए हैं कि सेना ने अपने ही लोगों के खिलाफ जंग छेड़ दी है. म्यांमार पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि टॉम एंड्रयूज का कहना है कि सेना के जनरल हताश हो गए हैं और मौजूदा कदम उनकी इसी हताशा को दिखा रहा है.