उन्होंने बताया कि विस्फोट के बाद टैंकर के टुकड़े आसपास की रिहाइशी इमारतों और फुटबॉल मैदान में जा गिरे. अधिकारियों ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट तकनीकी खामी के कारण हुआ या फिर यह निशाना बनाकर किया गया हमला था.
यह विस्फोट इराक की संसद द्वारा लंबे समय से प्रतीक्षित मतदान के जरिये एक नए मंत्रिमंडल को मंजूरी दिए जाने के दो दिन बाद हुआ, जिसे देश में जारी राजनीतिक तनाव को कम करने की दिशा में एक बड़ी सफलता करार दिया गया था. प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सौदानी की अध्यक्षता वाला यह मंत्रिमंडल 2005 के बाद देश का पहला ऐसा मंत्रिमंडल है, जिसमें प्रभावशाली शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र के समूह के सदस्य शामिल नहीं हैं.
अक्टूबर 2019 में इराक ने बगदाद और अन्य हिस्सों में बड़े पैमाने पर हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों के मद्देनजर 2021 में समय पूर्व चुनाव कराए थे. प्रदर्शनकारियों ने 2003 के अमेरिकी आक्रमण के बाद देश में स्थापित राजनीतिक व्यवस्था को बदलने की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किए थे.