गाया ने न्यूट्रॉन तारों पर सुनामी की तरह भूकंप का पता लगाया, वैज्ञानिकों ने खोज को बताया सोने की खान
गाया ऑब्जरवेटरी ने स्टारक्वेक के अलावा बायनरी सितारे, चंद्रमा और लगभग 155,000 उल्कापिंड का अध्ययन किया है।
लंदन: यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) की GAIA ऑब्जर्वेटरी ने अब तक आकाश गंगा का सबसे विस्तृत सर्वेक्षण किया है। नए डेटा से पता चला है कि आकाश गंगा में हजारों सुनामी जैसे स्टारक्वेक हैं। स्टारक्वेक न्यूट्रॉन तारों की परत पर हो रही कंपन या गतिविधि को कहते हैं। सितारों की परतों पर ये भूकंप की तरह होते हैं। जब तारों में अचानक इनसे एडजस्टमेंट होता है तो इनका आकार गोलाकार हो जाता है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि ये डेटा खगोल विज्ञान के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। इससे संभवत: आकाश गंगा के रहने योग्य ग्रहों की पहचान करने में मदद मिलेगी। स्टारक्वेक की खोज गाया ऑब्जरवेटरी के लिए महत्वपूर्ण है। ब्रिटेन ने इस ऑब्जर्वेटरी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चेम्सफोर्ड स्थित टेलीडेन ई2वी GAIA के 1 बिलिनय पिक्सल वाले कैमरे को संवेदनशील फोटॉन डिटेक्टर प्रदान करता है।
मील का पत्थर साबित होगा नया डेटा
इस नई खोज पर यूके के विज्ञान मंत्री जॉर्ज फ्रीमैन ने कहा, 'GAIA ऑब्जर्वेटरी से हमें उस आकाश गंगा को समझने में मदद मिलेगी जिसमें हम रहते हैं। सितारों के विकास, क्षुद्रग्रहों और स्टारक्वेक के बारे में जो जानकारी हमें मिली है वह खगोल विज्ञान समुदाय के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। गाया ऑब्जर्वेटरी सिर्फ सितारों की दूरी नहीं देख रहा, बल्कि उनके कैमिकल स्ट्रक्चर के बारे में भी जानकारी निकाल रहा है।'
अब तक गाया ने क्या-क्या किया अध्ययन
गाया सहयोग के सदस्य कॉनी एर्ट्स ने कहा कि स्टारक्वेक से हम सितारों के बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं। विशेष तौर पर उनके आंतरिक कामकाज के बारे में। गाया की ये खोज किसी सोने की खान से कम नहीं है। गाया ऑब्जरवेटरी ने स्टारक्वेक के अलावा बायनरी सितारे, चंद्रमा और लगभग 155,000 उल्कापिंड का अध्ययन किया है।