यूक्रेन संघर्ष के विवादास्पद मुद्दे को अलग रखते हुए जी20 देशों के शीर्ष वार्ताकारों ने बृहस्पतिवार को समावेशी वैश्विक विकास सुनिश्चित करने एवं ‘‘वैश्विक दक्षिण’’ की चुनौतियों के हल की भारत की प्राथमिकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यापक वार्ता शुरू की। सितंबर में समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए परिणामी दस्तावेजों पर आम सहमति बनाने की भारत के सामने मौजूद कठिन चुनौती के बीच, भारतीय जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि तत्काल प्राथमिकता विकास, वित्त और डिजिटल परिवर्तन के महत्वाकांक्षी मुद्दों पर गौर करना है। जी20 सदस्य देशों के शीर्ष वार्ताकारों, आमंत्रित देशों और विभिन्न प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को इस आध्यात्मिक शहर में तीन दिवसीय विचार-विमर्श शुरू किया।