ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में पाया गया जॉम्बी की उंगलियों जैसा दिखने वाला फंगस, वैज्ञानिक हैरान
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में पैदा हो गए जॉम्बी फिंगर्स
ऑस्ट्रेलिया में एक ऐसा फंगस पैदा हो गया है, जिसे देखकर वैज्ञानिक हैरान हो गए हैं. देखने में ये बिल्कुल किसी जॉम्बी की उंगलियां जैसी लगती है. जॉम्बी का मतलब किसी मरे हुए व्यक्ति के सड़ी उंगलियों या हाथ से है.
ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी तट के पास आईलैंड पर टूटे और गिरे पेड़ों पर ये फंगस पैदा हो गए हैं. ऑस्ट्रेलिया में इसे टी-ट्री फिंगर कहते हैं. जबकि वैज्ञानिक भाषा में इसे हाइपोक्रिपोसिस एम्प्लेकटेंस कहते हैं.
ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी तट के पास आईलैंड पर टूटे और गिरे पेड़ों पर ये फंगस पैदा हो गए हैं. ऑस्ट्रेलिया में इसे टी-ट्री फिंगर कहते हैं. जबकि वैज्ञानिक भाषा में इसे हाइपोक्रिपोसिस एम्प्लेकटेंस कहते हैं.
ऑस्ट्रेलिया के रॉयल बॉटेनिक्स गार्डेन्स विक्टोरिया ने इन फंगस की जांच की है और इनके जॉम्बी फिंगर्स होने की बात कंफर्म की है. जॉम्बी फिंगर्स गिरे हुए पेड़ों को कस के जकड़े हुए हैं.
रॉयल बॉटेनिक्स गार्डेन्स विक्टोरिया के रिसर्चर्स के मुताबिक, पहली नजर में इन्हें देखने पर कोई भी इंसान डर जाएगा. वैज्ञानिकों का कहना है कि इनकी विकृत आकृति ही इन फंगस को पनपने में मदद करती है.
जॉम्बी फिंगर्स एक परजीवी होते हैं, जो मरे हुए पड़ों और छालों को खाते हैं और बढ़ते हैं. इन्हें लार्वा और छोटे कीड़े भी बहुत पसंद हैं. जॉम्बी फिंगर्स इकोसिस्टम का एक अहम हिस्सा भी हैं.
विक्टोरिया फ्रेंच आइलैंड में स्थित संरक्षित नेशनल पार्क में टी-ट्री पर जॉम्बी फिंगर्स (Zombie Fingers) पैरासाइट फंगस देखे गए हैं. एक ही जगह पर करीब 100 से ज्यादा जॉम्बी फिंगर्स मिले हैं.
जॉम्बी फिंगर्स (Zombie Fingers) पैरासाइट फंगस एक विशेष परिस्थिति में ही पनपते हैं. अगर इस परिस्थिति में जरा सा भी ऊपर-नीचे होता है तो ये नहीं उगते.
उनके लिए खास पेड़ ही जन्मस्थली होता है. पर्याप्त मात्रा में अंधेरे और रोशनी का मिश्रण और उपयुक्त आद्रता की जरूरत होती है. अगर आसपास पेड़ों का घनत्व कम हो तब भी ये नहीं उगते. सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि हम इन दुर्लभ फंगस को खोते जा रहे हैं. इसके पीछे क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वार्मिंग वजह है.