पंजाब नेशनल बैंक घोटाले (PNB Scam) में आरोपी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) भारत (India) में अपनी सुरक्षा को लेकर सशंकित है. उसका कहना है कि वह भारत आने की सोच रहा था लेकिन डोमिनिका कोर्ट (Dominica Court) ने उसे एंटीगा (Antigua) में ही रहने के लिए कहा है.
मेहुल चोकसी ने कहा कि, ''मैं अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए भारत आने की सोच रहा था. मैं स्वास्थ्य होते ही भारत आने की सोच रहा था. डोमिनिका कोर्ट ने अब कहा है कि मुझे एंटीगा ही रहना होगा. मैं अब बाहर नहीं जा सकता हूं. मेरे अपहरण के 50 दिन मेरे जीवन के सबसे काले दिन रहे हैं. भारत में अपनी सुरक्षा को लेकर मैं बेहद सशंकित हूं. बता दें कि भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को डोमिनिका की हाई कोर्ट ने हाल ही में जमानत दे दी. उसे मेडिकल आधार पर इलाज कराने के लिए एंटीगा जाने की इजाजत दी गई है.
बता दें कि 25 मई को एंटीगा से लापता हुए चोकसी को डोमिनिकन अधिकारियों ने कथित तौर पर अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. हालांकि, मेहुल चोकसी यह दावा करता आया है कि उसका अपहरण किया गया और फिर प्रताड़ित किया गया और जबरदस्ती डोमिनिका ले जाया गया.
हाल ही में उसने एक ऑडियो टेप जारी कर कहा कि भारतीय एजेंसियों पर अपहरण करने की कोशिश का आरोप भी लगाया था. मेहुल ने कहा था कि मैं घर वापस आ गया हूं, लेकिन इस यातना ने मेरे मनोविज्ञान पर और शारीरिक रूप से मेरी आत्मा पर हमेशा के लिए निशान छोड़े हैं.
बता दें कि चोकसी पर पीएनबी को 13,500 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है. वह भारत से देश छोड़कर एंटीगा भाग गया था, जिसके बाद लंबे समय तक वहीं रहा. हालांकि, फिर मई के अंतिम हफ्ते में चोकसी भागकर डोमिनिका पहुंच गया, जहां पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था.