भारत-अमेरिकी व्यापार परिषद में शामिल हुए चार शीर्ष अधिकारी, डिजिटल क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
भारत-अमेरिकी व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) ने अपनी भारतीय सुझाव परिषद में कुछ शीर्ष अफसरों को शामिल किया है। इनमें 3एम के प्रबंध निदेशक रमेश रामदुराई, जेएंडजे के आलोक ओहरी, डेल इंडिया के सार्थक रानाडे और माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अनंत माहेश्वरी शामिल हैं।
भारत-अमेरिकी व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) ने अपनी भारतीय सुझाव परिषद में कुछ शीर्ष अफसरों को शामिल किया है। इनमें 3एम के प्रबंध निदेशक रमेश रामदुराई, जेएंडजे के आलोक ओहरी, डेल इंडिया के सार्थक रानाडे और माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अनंत माहेश्वरी शामिल हैं। ये सभी अफसर भारत संचालन से जुड़े प्रमुख अफसर हैं।
बता दें यूएसआईबीसी एक प्रमुख रणनीतिक निकाय है। इसमें भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार और निवेश के लिए प्रतिबद्ध भारत के वरिष्ठ अधिकारियों का अत्यधिक प्रभावशाली नेटवर्क शामिल है। यूएसआईबीसी के अध्यक्ष अतुल कश्यप ने कहा, इंडिया एडवाइजरी काउंसिल में रमेश, आलोक, सार्थक और अंनत को शामिल करके हमें प्रसन्नता हो रही है।
उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि रमेश, आलोक, सार्थक और अनंत हमारे संगठन को जीवन विज्ञान, डिजिटल प्रौद्योगिकी और विनिर्माण क्षेत्रों में अपने नीति नेतृत्व को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सक्षम बनाएंगे।
बाइडन लैंगिक समानता के लिए 2.6 अरब डॉलर की मांग करेंगे
राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वह कांग्रेस (अमेरिकी संसद) से दुनियाभर में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने वाले विदेश सहायता कार्यक्रम के लिए 2.6 अरब डॉलर की निधि देने की मांग करेंगे। यह धनराशि पिछले साल मांगी गई निधि से दोगुनी है। बाइडन ने दुनियाभर में महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों को पहचानने वाले विश्व महिला दिवस पर इसकी घोषणा की।
उन्होंने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर व्हाइट हाउस की पहली लैंगिक नीति समिति गठित की थी ताकि उनके प्रशासन में लैंगिक समानता को बढ़ावा मिले। बाइडन का 2.6 अरब डॉलर का अनुरोध वित्त वर्ष 2023 के लिए उनके संघीय बजट प्रस्ताव में भी शामिल होगा।