लाहौर स्थित ITU के पूर्व वाइस-चांसलर डॉक्टर उमर सैफ देश की खराब शिक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई
साथ ही जो फंड पहले से मिल रहे थे उनमें भी कटौती कर दी गई है।
लाहौर: पाकिस्तान जो पहले से ही अपनी खराब माली हालत से जूझ रहा है, वो अब एक बार फिर खबरों में हैं। इस बार न तो उसकी खराब अर्थव्यवस्था की बात हो रही और न ही आतंकवाद की बल्कि उस टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट की बात हो रही है जिसे भारत के आईआईटी की तर्ज पर खोला जाना था। पाकिस्तान के शिक्षाविद और लाहौर स्थित इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी (ITU) के पूर्व वाइस-चांसलर डॉक्टर उमर सैफ इन दिनों काफी दुखी हैं। उन्होंने देश की खराब शिक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है। साथ ही ये भी बताया है कि यूनिवर्सिटी के लिए जो जमीन थी, अब वो कैसे बकरा मंडी में बदल गई है। डॉक्टर उमर ने इस बाबत एक ट्वीट किया है और कुछ तस्वीरों के साथ उन्होंने अपनी तकलीफ को बयां किया है। डॉक्टर उमर इस समय देश में संयुक्त राष्ट्रसंघ डेवलपमेंट प्रोग्राम के सलाहकार के तौर पर काम कर रहे हैं।