पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की तारीफ के पुल बांधे, देश की स्वतंत्र विदेश नीति को सराहा
जब पाकिस्तान तरक्की कर रहा था। यहां कर संग्रह ऐतिहासिक स्तर पर था और देश विकास की राह पर था।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की तारीफ के पुल बांधे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर पश्चिमी देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए है। लेकिन भारत ने रूस से तेल का आयात जारी रखा है। जिसको लेकर इमरान खान ने कहा कि भारत ने यह फैसला देश के लोगों की बेहतरी के लिए किया है।
लाहौर में एक जनसभा में बोलते हुए, इमरान खान ने कहा कि 'भारत, अमेरिका का रणनीतिक साझेदार है, लोकिन वो रूस से तेल आयात कर रहा है। भारत ने साफ कहा है कि उसका फैसला उनके लोगों की बेहतरी पर आधारित है। लेकिन हमारी विदेश नीति के लिए है अन्य लोगों का हित जरूरी है।' इससे पहले मार्च के महीने में भी इमरान खान ने माना था कि भारत की विदेश नीति स्वतंत्र है और लोगों की भलाई के लिए है।
खैबर पख्तूनख्वा में रैली के दौरान, इमरान खान ने कहा कि 'वो अपने पड़ोसी देश की प्रशंसा करते हैं, क्योंकि भारत हमेशा एक स्वतंत्र विदेश नीति का पक्षकार रहा है। इमरान ने कहा कि आज भारत अमेरिकी गठबंधन में है और वो क्वाड देशों का हिस्सा हैं। आज भारत प्रतिबंधों के बावजूद रूस से तेल आयात कर रहा है, क्योंकि उनकी नीति लोगों की भलाई के लिए है।
रैली के दौरान इमरान खान ने अपनी रूस की यात्रा के पीछे के कारणों को लेकर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि वो मास्को इसलिए गए थे, ताकि पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई पर काबू पाया जा सके। रूस ने पाकिस्तान को 30 फीसदी छूट के साथ तेल दिया था।
इमरान खान ने दावा किया है कि, पाकिस्तान के लिए एक स्वतंत्र विदेश नीति का पालन करने के कारण उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता ऐसे वक्त में गवाई है, जब पाकिस्तान तरक्की कर रहा था। यहां कर संग्रह ऐतिहासिक स्तर पर था और देश विकास की राह पर था।