पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख बाजवा पर लगाए थे गंभीर आरोप, आईएसआई चीफ से मिला ये जवाब

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Update: 2022-10-27 15:42 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आज तक

नई दिल्ली। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा अगले महीने नवंबर में रिटायर होने वाले हैं. हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने लताड़ लगाते हुए बाजवा पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद जनरल बाजवा ने सफाई देते हुए कहा था कि हमने सेना को राजनीति से दूर कर दिया है. अब गुरुवार को खुफिया एजेंसी के प्रमुख नदीम अंजुम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इमरान खान को आड़े हाथों लिया है. जनरल नदीम अंजुम ने कहा कि सेना को लेकर देशद्रोह की बातें इसलिए उछाली गई क्योंकि सेना ने गैर कानूनी काम करने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा कि यह निर्णय किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरी सेना का था. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता है कि आप रात में जिस सेना प्रमुख से मिलें, वह दिन में देशद्रोही हो जाए.
'संवैधानिक रूप से काम कर रही सेना'
आईएसआई चीफ नदीम अंजुम ने कहा कि सेना पर मार्च से ही बहुत दबाव डाला गया है. लेकिन सेना ने निर्णय लिया कि हम अपने दायरे में रहते हुए संवैधानिक संस्था के रूप में काम करेंगे. जनरल नदीम अंजुम ने कहा कि जनरल बाजवा अगर चाहते तो अपने कार्यकाल के अंतिम छह महीने एशो-आराम से गुजार सकते थे. लेकिन उन्होंने देश और संविधान के हित में फैसला लिया.
सेना पर लगे झूठे आरोप पर चुप नहीं रह सकते
आईएसआई चीफ ने कहा कि मेरी और मेरी एजेंसी को परदे के पीछे काम करना होता है. लेकिन आज जिस तरह से सेना और हमारे लोगों की तथ्यहीन और झूठ के आधार पर आलोचना की जा रही है तो हम चुप नहीं रह सकते. आज मैं अपनी संस्था और एजेंसी के लिए लोगों के लिए सामने आया हूं. वहीं, एक अन्य अधिकारी ने कहा इस तरह के झूठ का खंडन करना आवश्यक हो जाता है. इस तरह के बयान से समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश की गई. हमें इस बात का दुख है कि हमारे सेना प्रमुख जनरल बाजवा को निशाना बनाया गया.
जनरल बाजवा ने कार्यकाल बढ़ाने का प्रस्ताव ठुकरा दिया
जनरल नदीम अंजुम ने दावा किया है कि मार्च में मेरी मौजूदगी में तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख जनरल बाजवा को अनिश्चितकाल के लिए इस पद के लिए एक्सटेंशन का ऑफर दिया था. लेकिन जनरल बाजवा ने इस ऑफर को स्वीकार नहीं किया.
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