2024 का राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकते हैं पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप, दिए ये संकेत

अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद डोनाल्ड ट्रंप लड़ सकते हैं चुनाव

Update: 2021-03-01 14:18 GMT

अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले भाषण में संकेत दिए कि वह वर्ष 2024 का राष्ट्रपति चुनाव भी लड़ सकते हैं। साथ ही उन्होंने अपनी रिपब्लिकन पार्टी को एकजुट करने की अपील करते हुए बाइडन प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि बाइडन प्रशासन के महज एक माह के कार्यकाल में उनका देश 'अमेरिका फ‌र्स्ट' से 'अमेरिका लास्ट' बन गया है। 74 वर्षीय ट्रंप ने रविवार को फ्लोरिडा में कंजरवेटिव पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के कांफ्रेंस में इसके पर्याप्त संकेत दिए कि वह 2024 के राष्ट्रपति चुनाव की दिशा में बढ़ रहे हैं।


उन्होंने इस सालाना सम्मेलन में समर्थकों से कहा, 'हम व्हाइट हाउस में लौटेंगे।' ट्रंप ने नई पार्टी बनाने की खबरों से इन्कार किया और कहा कि इससे उनकी पार्टी के वोटर बंट जाएंगे। उन्होंने आगामी चुनावों में सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी को हराने के लिए अपने समर्थकों से एकजुट होने की अपील की। अपने कार्यकाल के दौरान दो बार महाभियोग का सामना करने वाले ट्रंप ने अपने 90 मिनट के भाषण के दौरान डेमोक्रेटिक पार्टी और राष्ट्रपति जो बाइडन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस प्रशासन के 40 दिनों के कार्यकाल से जाहिर होता है कि यह नौकरी विरोधी, परिवार विरोधी, सीमा विरोधी और महिला विरोधी है। प्रशासन अवैध शरणार्थियों के लिए सीमाओं को खोल रहा है। बाइडन के हाथों नवंबर 2020 का राष्ट्रपति चुनाव हारने वाले ट्रंप ने अपने दावों को दोहराते हुए कहा कि चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी। वह चुनाव जीत गए थे।

अपनी पार्टी में ट्रंप सबसे ज्यादा लोकप्रिय
ट्रंप के आलोचक सीनेटर मिट रोमनी समेत कई रिपब्लिकन नेताओं ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति अगर पार्टी के 2024 के प्राइमरी चुनाव को जीतते हैं तो वे चुनाव में उनका समर्थन करेंगे। इधर, जनमत संग्रहों से यह पता चलता है कि ट्रंप रिपब्लिकन सदस्यों और समर्थकों के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं
ट्रंप ने भारत, चीन और रूस को फिर घेरा
ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को दोबारा जोड़ने पर बाइडन की आलोचना की। उन्होंने जलवायु मसले पर भारत, चीन और रूस को घेरते हुए कहा कि ये देश स्वच्छ नहीं हैं। ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान इस समझौते से अमेरिका को अलग कर लिया था। वह पहले भी इन तीनों देशों की आबोहवा को गंदा बता चुके हैं।


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