पाकिस्तान के पूर्व पीएम शाहिद खाकान अब्बासी ने इमरान खान से मांगा इस्तीफा
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने इमरान खान से इस्तीफा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार आम लोगों की पीड़ा से बेखबर है और प्रधानमंत्री को कार्यालय छोड़ देना चाहिए।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने इमरान खान से इस्तीफा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार आम लोगों की पीड़ा से बेखबर है और प्रधानमंत्री को कार्यालय छोड़ देना चाहिए।
कहा- लोगों की पीड़ा से बेखबर सरकार, यह जनता की प्रतिनिधि नहीं
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक पेशावर में एक सरकार विरोधी रैली में बोलते हुए, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-बी) के नेता अब्बासी ने कहा कि मौजूदा सरकार जनता की प्रतिनिधि नहीं है
उन्होंने कहा 2018 के चुनावों की धांधली धीरे-धीरे सामने आ रही हैं, उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि गिलगित-बाल्टिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राणा शमीम ने पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार को चुनावी धांधली में शामिल होने का दोषी ठहराया था। सरकार अब अगले चुनावों में भी धांधली करेगी, लेकिन ऐसी सरकार की तरफ से संसद में बने कानूनों से देश की समस्याओं का समाधान नहीं होगा। पेशावर में विपक्षी दलों का गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के लंबे समय से सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है। आइए जानते हैं दुनिया की कुछ महत्वपूर्ण खबरों के बारे में...
समुद्री ज्वार से म्यांमार में 15 बौद्ध श्रद्धालु मरे
म्यांमार के दक्षिणी राज्य मून के थानबिउजैयत में समुद्री ज्वार में बहने से 15 बौद्ध श्रद्धालुओं की मौत हो गई। लोग तट से तीन किमी दूर बीच समुद्र में एक चट्टान पर बने पगोडा तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। चार मीटर चौड़े कॉजवे से हजारों लोगों के जाने की कोशिश से यह हादसा हुआ। एजेंसी
भारत में शिक्षा के लिए 40 लाख डॉलर जुटाए
भारत में ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत गैर सरकारी संगठन एकल विद्यालय फाउंडेशन ने 40 लाख डॉलर से अधिक की धनराशि जुटाई है। 'फ्यूचर ऑफ इंडिया' नाम के डिजिटल कार्यक्रम के दौरान 13 नवंबर को यह धनराशि जुटायी गयी। फाउंडेशन की भारत के 1,02,000 से अधिक ग्रामीण-आदिवासी इलाकों में मौजूदगी है।
लिथुआनिया से चीन ने रिश्ते किए सीमित
लिथुआनिया में ताइवान के दूतावास खोलने से नाराज चीन ने रविवार को लिथुआनिया से अपने राजनयिक संबंधों को सीमित करते हुए राजदूत की जगह चीफ ऑफ मिशन के स्तर का कर दिया। इससे पहले चीन ने लिथुआनिया के राजदूत को बीजिंग से निष्कासित कर दिया था और अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया था।
चीन के विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि दुनिया में सिर्फ एक ही चीन (वन चाइना) है और ताइवान इसी चीन का हिस्सा है। दुनिया वन चाइना नीति को स्वीकार करती है, लेकिन लिथुआनिया ने ताइवान को दूतावास खोलने की इजाजत देकर चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को नजरंदाज करते हुए अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है।