पाकिस्तान पूर्व मंत्री रहमान मलिक नहीं रहे, मुंबई में हुए 2008 के आतंकी हमले के समय वे आंतरिक मंत्री थे
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रहमान मलिक (70) का कोरोना के बाद उभरी स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण एक अस्पताल में निधन हो गया। मुंबई में हुए 2008 के आतंकी हमले के समय वे आंतरिक मंत्री थे।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रहमान मलिक (70) का कोरोना के बाद उभरी स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण एक अस्पताल में निधन हो गया। मुंबई में हुए 2008 के आतंकी हमले के समय वे आंतरिक मंत्री थे।
जासूसी की दुनिया से आकर राजनीतिज्ञ बने मलिक जनवरी में कोरोना संक्रमित हो गए थे। इसके बाद उन्हें सांस लेने में समस्या होने लगी। इस माह की शुरुआत से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। मलिक के प्रवक्ता रियाज अली तुरी ने ट्वीट कर उनके इंतकाल की जानकारी देते हुए बताया कि वे अपने पीछे पत्नी और दो बेटे छोड़ गए हैं।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई में विशेष एजेंट रहे मलिक 1993 में अतिरिक्त निदेशक पद से रिटायर्ड हुए थे। बेनजीर भुट्टो और उनके पति आसिफ अली जरदारी के विश्वासपात्र मलिक ने वर्ष 2004 से 2007 तक उनकी सुरक्षा का जिम्मा भी संभाला था। परवेज मुशर्रफ की तानाशाही के दौरान उन्होंने बेनजीर और निर्वासित प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच समझौता भी कराया था।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अलवी, प्रधानमंत्री इमरान खान, आंतरिक मंत्री शेश रसीद अहमद, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर भुट्टो, बेटे पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने उनके निधन पर शोक जताया है।