नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री शेख राशिद को रावलपिंडी में उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया। कार्रवाई सादे कपड़ों में आए लोगों ने की। पूर्व आंतरिक मंत्री के साथ उनके दो भतीजों को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्हें अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व संघीय मंत्री और अवामी मुस्लिम लीग (एएमएल) के नेता शेख रशीद अहमद को 11 सितंबर को राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) के 190 मिलियन पाउंड के घोटाले और अल-कादिर ट्रस्ट मामले में पेश होने को कहा गया था। उन्हें भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था के सामने पेश होना था। इससे पहले भी वे 24 मई को एनएबी की सुनवाई से नदारद रहे थे। इमरान खान की कैबिनेट ने ब्रिटेन से 190 मिलियन पाउंड के निपटान के फैसले को मंजूरी दी थी।
शेख रशीद उस कैबिनेट का हिस्सा थे। मामले में एनएबी ने उन्हें पेश होने को कहा था। इससे पहले उन्होंने दावा किया था कि तीन लोगों को उन्हें मारने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उनकी जान को खतरा है। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने राशिद की गिरफ्तारी की निंदा की है। पीटीआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि राजनीतिक उत्पीड़न और फासीवाद जारी है। इस बार शेख राशिद की गिरफ्तारी के साथ ऐसा किया गया। राशिद की गिरफ्तारी नौ मई की हिंसा के बाद शुरू की गई कार्रवाई का हिस्सा लगती है, जिसमें सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया था। जून में एएमएल नेता ने आरोप लगाया था कि इस्लामाबाद पुलिस ने उनके घर में घुसकर उनके नौकरों की पिटाई की। उन्होंने यह भी दावा किया था कि एक दूसरी घटना में, सादे कपड़े में आए लोगों ने रावलपिंडी में उनके लाल हवेली आवास पर उनके कर्मचारियों पर अत्याचार किया।