पूर्व विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी बोले- देश के बाकी हिस्सों में भी फैल सकता है प्रतिरोध
सलाहुद्दीन रब्बानी ने तालिबान को चेतावनी दी कि अगर बातचीत के जरिए मतभेदों को नहीं सुलझाया गया तो पंजशीर सरीखा प्रतिरोध अफगानिस्तान के बाकी हिस्सों में फैल सकता है।
सलाहुद्दीन रब्बानी ने तालिबान को चेतावनी दी कि अगर बातचीत के जरिए मतभेदों को नहीं सुलझाया गया तो पंजशीर सरीखा प्रतिरोध अफगानिस्तान के बाकी हिस्सों में फैल सकता है। रब्बानी अफगानिस्तान की दूसरी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी जमीयत इस्लामी के प्रमुख हैं।
पूर्व विदेश मंत्री ने एक वीडियो क्लिप में कहा, यह आपकी लड़ाई नहीं है और न ही आपके एवं आपके लोगों के पक्ष में है। दो सप्ताह में राजनीति एवं सत्ता के संदर्भ में आप अपनी स्थिति को समझ सकते हैं। रब्बानी ने कहा कि अफगानिस्तान में कोई विदेशी सैनिक नहीं बचा है। इसलिए अब तालिबान के लिए युद्ध का कोई बहाना नहीं बचा है। उन्होंने आगे कहा, उसे अब सभी लोगों की बात सुनकर ही सरकार चलानी होगी। एजेंसी
बातचीत से समाधान तलाशे तालिबान
जमीयत इस्लामी के प्रमुख ने कहा कि तालिबान को बातचीत के जरिए मतभेदों का समाधान तलाशना चाहिए। साथ ही एक ऐसे सरकार का गठन करना चाहिए, जो समावेशी हो और जिसमें अफगानिस्तान के सभी लोगों का प्रतिनिधित्व हो। इस बीच, दिवंगत अहमद शाह समूह के बेटे एवं रेजिस्टेंस फ्रंट के नेता अहमद मसूद ने सोशल मीडिया पर कहा है कि लोग अपने अधिकारों के लिए विरोध या लड़ाई करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, निरंकुशता गनी सरकार की तरह तालिबान के लिए भी पतन का कारण बनेगी।