FBR के पूर्व चेयरमैन आरोप- सरकार का सब ठीक होने का दावा करने की बातें झूठ ...पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है
हमदर्द यूनिवर्सिटी में एक भाषण के दौरान पाकिस्तान फेडरल बोर्ड रेवेन्यू के पूर्व चेयरमैन ने ये बाते कहीं
पाकिस्तान फेडरल बोर्ड रेवेन्यू (FBR) के पूर्व चेयरमैन शब्बर जैदी (Shabbar Zaidi) ने कहा कि बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दिवालिया (Pakistan Bankrupt) हो चुका है. एक कार्यक्रम में बोलते हुए शब्बर जैदी ने कहा, 'एक इकाई के रूप में पाकिस्तान दिवालिया है. जैसा कि हम अकाउंटेंसी में कहते हैं, यह आज की स्थिति में चिंता का विषय नहीं है. हम कहते हैं कि सब कुछ अच्छा है, हम परिवर्तन लेकर आते हैं. लेकिन ये गलत है, मेरे विचार से देश इस वक्त दिवालिया है.' उन्होंने कहा, 'सरकार का ये दावा करना कि सब कुछ ठीक है और चीजें अच्छी तरह से हो रही हैं. ये सारी बातें झूठी हैं.'
हमदर्द यूनिवर्सिटी (Hamdard University) में एक भाषण के दौरान पाकिस्तान फेडरल बोर्ड रेवेन्यू के पूर्व चेयरमैन ने ये बाते कहीं. FBR के पूर्व चेयरमैन ने कहा कि देश को यह कहने के बजाय कि हम यह या वह करेंगे कहने के बजाय यह तय करने की जरूरत है कि राजनीतिक बयानबाजी केवल लोगों को धोखा देने के बराबर है. हालांकि, अब जैदी ने ट्विटर पर इस वीडियो को लेकर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि उनके भाषण के तीन मिनट के क्लिप को लेकर ही बात की जा रही है. लेकिन उन्होंने आगे समाधान की बात भी कही है, लेकिन इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया है.
पाकिस्तान रेमिटेंस की धारणा से बाहर निकले: जैदी
शब्बर जैदी ने कहा कि किसके द्वारा कर्जा लिया गया, इस पर अब ताना देने से कुछ नहीं होने वाला है. ये पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा लिया गया कर्ज है. ब्याज दरों पर फैसला तार्किक तरीके से होना चाहिए. दुनिया के किसी भी मुल्क को तरक्की करना होता है तो उसे निर्यात की दिशा में दम लगाना होता है. हमें अभी निर्यात को दुरुस्त करना होगा. उन्होंने कहा कि अब समय आ चुका है कि पाकिस्तान रेमिटेंस की धारणा से बाहर निकले. इससे देश नहीं चलने वाला है. हमें सर्विस निर्यात करने पर जोर देना होगा न कि काम करने वाले लोगों को एक्सपोर्ट करना है. जैदी ने कहा कि पाकिस्तान का निर्यात 20 अरब डॉलर है. हमें निर्यात बढ़ाने के लिए अमेरिका से दोस्ती करनी होगी.
सरकार ने किया जैदी के बयान का खंडन
वहीं, पाकिस्तान फेडरल बोर्ड रेवेन्यू के पूर्व चेयरमैन के बयान को लेकर पाकिस्तानी वित्त मंत्री के एक प्रवक्ता मुजम्मिल असलम ने जैदी के दावे का खंडन करते हुए कहा कि देश दो बार दिवालिया हो चुका है. पहली बार 1998-99 में पीएमएल-एन के कार्यकाल के दौरान और 2009 में पीपीपी के कार्यकाल के दौरान ऐसा हुआ. गौरतलब है कि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार के आने के बाद से ही हालात बेहद खराब हो चुके हैं. इमरान सरकार को देश चलाने के लिए विदेशों से कर्जा लेने पर मजबूर होना पड़ा है. इस वजह से पाकिस्तान के ऊपर विदेशी कर्ज का दबाव भी बढ़ता जा रहा है.