फॉरेस्ट टेक्नीशियन ने दुनिया को चौंकाया, बंजर पहाड़ी को किया हरा भरा
कहा जाता है कि इंसान चाहे तो क्या नहीं कर सकता? कुछ इसी सोच के साथ तुर्की (Turkey News) के एक रिटायर्ड फॉरेस्ट टेक्नीशियन (Hikmet Kaya) ने दुनिया को चौंकाते हुए एक बंजर पहाड़ी को हरे पेड़-पौधों से हरा भरा कर दिया
कहा जाता है कि इंसान चाहे तो क्या नहीं कर सकता? कुछ इसी सोच के साथ तुर्की (Turkey News) के एक रिटायर्ड फॉरेस्ट टेक्नीशियन (Hikmet Kaya) ने दुनिया को चौंकाते हुए एक बंजर पहाड़ी को हरे पेड़-पौधों से हरा भरा कर दिया. जिस जगह पर घास उगना भी चमत्कार माना जाता था, अब वहां लाखों की संख्या में पेड़ लहलहा रहे हैं.
हिकमेत काया (Hikmet Kaya) ज़िंदगी के 24 साल तक बोयाबत ज़िले (Boyabat district) में फॉरेस्ट्री ऑपरेशंस डिपार्टमेंट ( Forestry Operations Department) में हेड अफोरेस्टेशन के तौर पर काम कर चुके हैं. उन्होंने जंगल का विस्तार करने के लिए सिनोप की बंजर पहाड़ी पर करीब 25 मिलियन पौधे लगाए, जो बड़े होकर जंगल के तौर पर विकसित हो गए. उन्होंने इसके लिए काफी मेहनत की क्योंकि ये जगह पेड़-पौधों के लिए उपयुक्त नहीं थी.
1978 से बंजर पहाड़ी पर उगाए पौधे
हिकमेत काया ने साल 1978 से पहाड़ी पर छोटे-छोटे पौधे लगाने का काम शुरू किया. उनके साथ विशेषज्ञों की टीम और स्थानीय समुदाय के लोग भी थे, जिन्होंने इस काम में उनकी मदद की ताकि ये जगह इंसानों और जानवरों, दोनों के लिए ही राहत भरी बन जाए. साल 2002 में जब हिकमेत रिटायर हुए, तो भी उनका ये काम जारी रहा. अब उन्हें इस पूरे इलाके में हीरो माना जाता है क्योंकि किसी को भी यहां हरी-भरी धरती देखने की उम्मीद नहीं थी. उन्हें मीडिया का भी खूब अटेंशन भी मिला, जहां वे इस पहाड़ी की पहले की तस्वीरें दिखाते हुए नज़र आए.
हैरान करती है पहले और अब की तस्वीर
स्थानीय मीडिया से बात करते हुए हिकमेत बताते हैं कि इस इलाके का जंगल में बदल जाना मेरे लिए प्रेरणादायी था. कुछ सालों पहले हमने तय किया कि हमारे ज़िले में सबे ज्यादा जंगल हों और अब ये एहसास बेहद अच्छा है. अब तो लोगों को याद भी नहीं है कि ये जगह 10 साल पहले कैसी दिखती थी. इस जंगल में 30 मिलियन से भी ज्यादा पेड़-पौधे हैं. हिकेमत काया चाहते हैं कि लोग पेड़-पौधों को संरक्षित करें और नए पेड़ लगाएं. वे दुनिया के कुछ सबसे बेहतरीन इको वॉरियर्स में शामिल हो चुके हैं.