विदेश सचिव श्रृंगला की अमेरिकी उप विदेश मंत्री से मुलाकात, अफगानिस्तान समेत इन मुद्दों पर हुई चर्चा
पारस्परिक हित के अन्य क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर सहयोग को लेकर चर्चा की.
भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन (Wendy Sherman) से गुरुवार को मुलाकात की. इस दौरान अफगानिस्तान (Afghanistan) में चल रहे प्रकरण पर निरंतर समन्वय पर चर्चा हुई. इसके अलावा क्वाड के जरिए इंडो-पेसिफिक को-ऑपरेशन को मजबूत करने, जलवायु संकट और कोरोना महामारी की समीक्षा करने, आगामी बैठकों की तैयारी जैसे- 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने गुरुवार को बताया, उप सचिव शेरमेन और विदेश सचिव श्रृंगला ने अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए साझा लक्ष्यों और प्राथमिकताओं पर समन्वय बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की. शेरमेन ने ट्वीट कर लिखा, 'मैंने भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के साथ अफगानिस्तान पर समन्वय, क्वाड के माध्यम से इंडो-पेसिफिक को-ऑपरेशन को मजबूत करने और जलवायु संकट और COVID-19 महामारी पर समीक्षा सहित साझा प्राथमिकताओं पर चर्चा की.'
श्रृंगला ने एंटनी ब्लिंकन से भी की मुलाकात
शेरमेन के ट्वीट का जवाब देते हुए श्रृंगला ने जरूरी मुद्दों पर चर्चा के लिए अमेरिकी उप विदेश मंत्री को धन्यवाद दिया. श्रृंगला ने ट्वीट किया, 'पारस्परिक महत्व के मुद्दों पर विस्तार से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद.' इससे पहले, हर्षवर्धन श्रृंगला ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों के साथ ही अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट करते हुए बताया, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन (Antony Blinken) से मुलाकात की और इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों और अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा हुई. शेरमेन के साथ बैठक के दौरान विदेश सचिव ने स्वास्थ्य सेवा, रक्षा एवं सुरक्षा, व्यापार एवं निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा सहित अन्य क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर भी महत्वपूर्ण चर्चा की.
बागची ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान, हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अलावा कोविड-19 महामारी के हालात की भी समीक्षा की. साथ ही संयुक्त राष्ट्र और पारस्परिक हित के अन्य क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर सहयोग को लेकर चर्चा की.