विदेश मंत्री नलेदी पंडोर ने भी दक्षिण अफ्रीका पर यात्रा प्रतिबंध लगाने के लिए ब्रिटेन और अन्य देशों की खिंचाई की
‘चिंताजनक वेरिएंट’ की श्रेणी में रखा है एवं उसका नाम ओमीक्रोन रखा है.
दक्षिण अफ्रीका (South Africa) ने शनिवार को कहा कि नए कोविड-19 वेरिएंट (Covid-19 Variant) का जल्द पता लगाने की अपनी एडवांस्ड क्षमता के लिए उसे 'सजा' दी गई है. दरअसल, दक्षिण अफ्रीका में पहली बार मिले कोरोनावायरस (Coronavirus) के खतरनाक ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) को देखते हुए देश पर कई मुल्कों ने ट्रैवल बैन लगा दिया है. 'अंतरराष्ट्रीय संबंध और सहयोग विभाग' (DIRCO) ने एक बयान में दुनियाभर के नेताओं से गुजारिश की कि वे ओमीक्रॉन वेरिएंट का पता लगाने के बदले बिना सोचे समझे अपनाई जाने वाली नीतियों को लागू करने से बचें.
DIRCO ने एक बयान में कहा, ट्रैवल बैन का नवीनतम दौर दक्षिण अफ्रीका को इसकी उन्नत जीनोम सीक्वेंसिंग और नए वेरिएंट का तेजी से पता लगाने की क्षमता के लिए सजा देने जैसा है. बेहतरीन विज्ञान की सराहना की जानी चाहिए, न कि उसे करने वाले को सजा देनी चाहिए. DIRCO ने इस बात की ओर इशारा किया कि नए वेरिएंट के मामले अन्य मुल्कों में भी सामने आए हैं और इन संक्रमितों लोगों का दक्षिणी अफ्रीकी मुल्कों से हालिया कोई लिंक नहीं है. इसने कहा, हालांकि इन मुल्कों की प्रतिक्रिया दक्षिणी अफ्रीका में केस मिलने पर उठाए गए कदमों से बिल्कुल अलग है.
विदेश मंत्री ने बैन लगाने वाले मुल्कों की खिंचाई की
DIRCO ने कहा कि उसके अधिकारी उन देशों के साथ चर्चा कर रहे हैं जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका से आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. विदेश मंत्री नलेदी पंडोर (Naledi Pandor) ने भी दक्षिण अफ्रीका पर यात्रा प्रतिबंध लगाने के लिए ब्रिटेन और अन्य देशों की खिंचाई की. उन्होंने कहा, हम सभी देशों के अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक एहतियाती उपाय करने के अधिकार का सम्मान करते हैं. लेकिन हमें यह याद रखने की जरूरत है कि इस महामारी के लिए सहयोग और विशेषज्ञता साझा करने की खास जरूरत है. पंडोर ने कहा, हमारी चिंता यह है कि इन प्रतिबंधों से परिवारों, यात्रा और पर्यटन उद्योगों और व्यवसायों को नुकसान हो रहा है.
ट्रैवल बैन 'क्रूर' और 'गलत दिशा में उठाया गया कदम': स्वास्थ्य मंत्री
वहीं, दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने कहा कि उनके देश पर यात्रा पाबंदी लगाना 'क्रूर' और 'गलत दिशा में उठाया गया कदम' है. फाहला ने कहा, 'हम महसूस करते हैं कि यह गलत पहल है. यह गलत दिशा में उठाया गया कदम है और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा संस्तुत नियमों के विरूद्ध है. हम बस यह महसूस करते हैं कि (इन) देशों के नेतृत्व में से कुछ उस स्थिति से निपटने के लिए बलि का बकरा ढूढ रहे हैं जो एक वैश्विक समस्या है.' कोविड के नए वेरिएंट B.1.1.529 का सबसे पहले इस सप्ताह दक्षिण अफ्रीका में पता चला जिसे शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 'चिंताजनक वेरिएंट' की श्रेणी में रखा है एवं उसका नाम ओमीक्रोन रखा है.