यूक्रेन के कई हफ्तों से शांत इलाकों पर रूस ने फिर दागी मिसाइलें फिर भड़की जंग
रूस और यूक्रेन के बीच जब लगा कि अब जंग खत्म होने लगी है। एक बार फिर रूस ने आक्रामक तेवर दिखाते हुए यूक्रेन के कई हफ्तों से शांत इलाकों में फिर ताबड़तोड़ मिसाइल अटैक किए हैं। रूस की तरफ से यूक्रेन के ओडेसा क्षेत्र में ताबड़तोड़ मिसाइलें दागी गई हैं। यूक्रेन के दूसरे कई शहरों में भी हमले हुए हैं। रूस का ये आक्रमक रुख उस समय देखने को मिल रहा है जब खेरसॉन क्षेत्र में उसे बड़ा झटका लगा है और उसकी सेना को वापस लौटना पड़ा है। खेरसॉन में आजादी का जश्न भी स्थानीय लोगों ने बनाया था। इसी बीच जी20 समिट के आयोजन के दौरान ही आक्रामक तेवर दिखाए हैं।
ओडेसा में रूसी हमले का क्या मतलब?
ओडेसा के गवर्नर मैक्सिम मार्शेन्को के मुताबिक रूस द्वारा लगातार मिसाइल से हमला किया जा रहा है। आशंका यह भी जाहिर की जा रही है कि रूस आने वाले समय में बड़े मिसाइल अटैक भी कर सकता है। ऐसे में यूक्रेन के लंबे समय से शांत इलाकों में फिर हालात बिगड़ने की आशंका है। खास बात ये है कि ओडेसा में भी कुछ महीनों से शांति बनी हुई थी। लेकिन अब अचानक से रूस ने फिर यूक्रेन के इस इलाके को निशाना बनाया है। ये हमले किस रणनीति के तहत किए गए, अभी स्पष्ट नहीं हुआ है।
दुनिया के विरोध के बाद भी आक्रामक हो रहे पुतिन
इस समय रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जी-20 समिट में भी रूस को कई देशों ने घेरने का काम किया इससे पहले पुतिन ने जी20 में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। इस पूरे मामले में भारत ने जरूर न्यूट्रल स्टैंड कायम रखा, लेकिन अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक, इन सभी देशों ने आर्थिक सुस्ती, मंहगाई जैसे मुद्दों के लिए पुतिन को जिम्मेदार ठहराया। इस बात पर भी जोर दिया गया कि रूस को तुरंत ही यूक्रेन में जारी युद्ध को खत्म करना होगा। लेकिन पुतिन पर इसका असर नहीं पड़ा। रूस इसके विपरीत और आक्रामक होकर यूक्रेन के उन इलाकों में भी अटैक कर रहा है जो कई हफ्तों से शांत थे।