दोहा में फुटबॉल के प्रशंसक वर्ल्ड कप का आनंद लेने के लिए जुटे, मौलवी के साथ बांटी अपनी खुशी
आदतों के बारे में बताया जा रहा है। इन बातों को सड़कों के किनारे दीवारों पर लिखा गया है।
दोहा: कतर की राजधानी दोहा में फुटबॉल के प्रशंसक वर्ल्ड कप का आनंद लेने के लिए जुटे हैं। इस वर्ल्ड कप के बीच ही यहां पर ब्राजील के एक परिवार के इस्लाम कुबूल करने की भी खबरें हैं। ब्राजील के छह लोगों के एक परिवार ने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया और अपने फैसले पर परिवार को काफी गर्व है। इस परिवार में माता-पिता और चार बच्चों ने इस्लाम कबूला है। मौलवी के सामने इन्होंने धर्म स्वीकारा और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कतर पर फुटबॉल वर्ल्ड कप के बहाने इस्लाम के प्रचार के आरोप लग रहे हैं। पहले मैक्सिकन और अब ब्राजील के परिवार की तरफ से इस्लाम के कबूलनामे ने सभी खबरों पर मोहर लगा दी है।
बुर्के में कबूला इस्लाम
मां के अलावा उनकी तीनों बेटियों ने बुर्का पहना था और वीडियो में काफी खुश नजर आ रही थीं। पिछले दिनों एक खबर आई थी जिसमें कहा गया था कि कतर में किस तरह से वर्ल्ड कप के बहाने इस्लाम का प्रचार किया जा रहा है। मौलवी ने मां इस्लाम कबूल करने के बाद उनकी भावनाओं के बारे में पूछा। इस पर उनका जवाब था, 'मुझे नहीं मालूम कि कैसे अपनी खुशी का इजहार करूं। यह बहुत ही मुश्किल है क्योंकि इसने मेरे दिल को छू लिया है।'
इसके बाद मौलवी ने बेटी से पूछा, 'किसी ने उन पर इस्लाम कबूल करने का दबाव तो नहीं डाला?' उनका जवाब न था और उन्होंने कहा कि किसी के कहने या डराने पर उन्होंने यह धर्म नहीं चुना है बल्कि यह उनका अपना फैसला है।
कतार में बनाई गई मस्जिद
ब्राजील के इस परिवार से पहले मैक्सिको के एक परिवार ने भी इस्लाम स्वीकार किया था। कतर के इस्लामिक मामलों पर बने मंत्रालय की तरफ से कतार सांस्कृतिक गांव मस्जिद जिसे दोहा में स्थापित किया गया है, वह इस समय ऐसे वर्ल्ड कप फैंस के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है जो इस्लाम के बारे में जानना चाहते हैं। इस्लाम के बारे में इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड्स 30 भाषाओं में लगे हैं। इन बोर्ड्स को एंट्री गेट पर इस तरह से लगाया गया है कि विजिटर्स को फोन से इन्हें देख सकें।
बुकलेट्स देकर प्रचार
साथ ही इस्लाम के बारे में बताने वाली बुकलेट्स भी अलग-अलग भाषाओं में छपी है और इन्हें लोगों के बीच बांटा जा रहा है।एक पैवेलियन बनाई गई। इस पैवेलियन का मकसद फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान लोगों को इस्लाम और इसकी बातों के बारे में बताना है। वर्ल्ड कप फैंस को वर्ल्ड कप के दौरान पैंगबर मोहम्मद के शब्दों, उनके कामों और आदतों के बारे में बताया जा रहा है। इन बातों को सड़कों के किनारे दीवारों पर लिखा गया है।