पांच परमाणु संपन्न देशों ने परमाणु हथियारों पर संयुक्त बयान जारी किया, आप भी जानें क्या कहा
परमाणु युद्ध कभी जीते नहीं जा सकते। ये विनाश की पहचान बनते हैं।
चीन के उप विदेश मंत्री मा झाक्सू ने देश में मौजूद परमाणु हथियारों और उनके इस्तेमाल को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। ये बयान उन्होंने परमाणु ताकत वाले पांच देशों द्वारा जारी किए गए एक संयुक्त बयान के बाद दिए एक इंटरव्यू में दिया है। इसमें उन्होंने कहा कि चीन वैश्विक परमाणु शासन के लिए अपनी जानकारी और प्रस्तावों का योगदान करना जारी रखेगा साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो सभी शांति चाहने वाले देशों के साथ इस संबंध में पूरा सहयोग देगा।
इस इंटरव्यू के दौरान मा ने कहा कि पांच देशों के समूह द्वारा जो संयुक्त बयान जारी किया गया है उसका सीधा सा अर्थ है कि परमाणु हथियारों से संपन्न देश इस बात को बखूबी जानते हैं कि युद्ध कभी जीते नहीं जा सकते हैं। न ही इसका इस्तेमाल किसी भी दूसरे देश के खिलाफ किया जाना चाहिए। इससे किसी का भला नहीं किया जा सकता है। मा ने ये भी कहा कि ये बयान इस बात को भी दर्शाता है कि सभी पांच देश परमाणु युद्ध को रोकने और देशों में इसको लेकर बढ़ रही होड़ को भी रोकना चाहते हैं।
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है कि पांच परमाणु हथियार संपन्न देशों ने इस तरह का एक संयुक्त बयान जारी किया है। ये बयान सभी देशों की राजनीतिक इच्छाशक्ति को भी दर्शाता है, जिससे परमाणु युद्ध के खतरे को टाला जा सके। इस दौरान हुई बैठक में सभी पांच देशों की तरफ से इसको लेकर एक संयुक्त रणनीति और परमाणु विवाद और इसके खतरे को कम करने की तरफ कदम बढ़ाने पर भी सहमति बनती दिखाई दी है। गौरतलब है कि ये बयान ऐसे समय में सामने आया है जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से लगातार दूसरी साल भी जूझ रही है। दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले बेतहाशा बढ़ रहे हैं, जो एक बार फिर से विश्व की अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती पैदा कर रहे हैं।
शिन्हुआ के मुताबिक मा का कहना है कि इस तरह के संयुक्त बयान के बाद परमाणु संपन्न सभी पांच देशों में आपसी समझ के साथ आपसी विश्वास भी बढ़ेगा। इसके अलावा इससे देशों के बीच आपसी सहयोग को भी एक नया मुकाम हासिल हो सकेगा। ये संयुक्त बयान चीन, फ्रांस, रूस, अमेरिका और ब्रिटेन की तरफ से जारी किया गया है। पांच परमाणु हथियार संपन्न देशों की तरफ से आए इस बयान का संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने भी स्वागत किया है। उनकी तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि परमाणु युद्ध कभी जीते नहीं जा सकते। ये विनाश की पहचान बनते हैं।