अमेरिका के एक स्कूल के बाहर तीन लोगों पर फायरिंग, एक बुजुर्ग महिला की मौत, दो लोग घायल
प्रतिबंध को लेकर काफी चिंतित हो चुके हैं और अब कोई न कोई कदम उठाने की जरूरत है।
अमेरिका में एक बार फिर गोलीबारी की घटना सामने आई है। एनबीसी न्यूज (NBC NEWS) ने पुलिस के हवाले से बताया कि न्यू आरलियन्स में एक हाई स्कूल स्नातक समारोह के दौरान स्कूल के बाहर तीन लोगों को गोली मार दी गई। गोलीबारी में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। बताया जा रहा है कि इस आयोजन स्थल का इस्तेमाल कई हाई स्कूलों द्वारा स्नातक समारोहों के लिए किया जाता है। गौरतलब है कि पिछले मंगलवार (स्थानीय समयानुसार) टेक्सास के उवाल्डे के राब एलीमेंट्री स्कूल में सामूहिक गोलीबारी की घटना हुई थी, जिसमें 19 बच्चों सहित कई लोग मारे गए थे।
एक बुजुर्ग महिला की मौत, दो लोग घायल
न्यू आरलियन्स पुलिस ने कहा कि मारिस जेफ हाई स्कूल में स्नातक समारोह के बाद जेवियर विश्वविद्यालय की पार्किंग में किसी बात को लेकर दो महिलाओं के बीच बहस हुई, जिसके बाद आरोपी व्यक्ति ने गोलीबारी कर दी। इस गोलीबारी में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई है और दो पुरुष घायल हो गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक घायल व्यक्ति को कंधे में और दूसरे घायल व्यक्ति को पैर में चोट आई है। गोलीबारी की घटना सुबह करीब 11:45 बजे लुइसियाना दीक्षांत समारोह केंद्र के जेवियर विश्वविद्यालय के पास हुई।
गवर्नर ने की घटना की कड़ी निंदा
लुइसियाना के गवर्नर जान बेल एडवर्ड्स ने बताया कि इस शूटिंग से दो सप्ताह पहले दक्षिणपूर्वी लुइसियाना विश्वविद्यालय में एक और हाई स्कूल स्नातक में गोलीबारी की घटना सामने आई थी।
एडवर्ड्स ने कहा कि जो लोग हिंसा के इन मूर्खतापूर्ण कृत्यों में शामिल थे, उनपर उचित कार्रवाई होगी।
जो बाइडन ने दिया था भावुक संदेश
टेक्सास के उवाल्डे के राब एलीमेंट्री स्कूल में सामूहिक गोलीबारी की घटना के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने हथियारों पर प्रतिबंध लगाने को लेकर भावुक संदेश दिया था। संदेश देते हुए उन्होंने कहा, 'भागवान के नाम पर हम कब बंदूख लाबी के खिलाफ खड़े होंगे।' राष्ट्रपति ने दुख जताते हुए कहा था कि अब जो बच्चे इस गोलीबारी में मारे गए हैं उनके मां-बाप अब कभी भी अपने औलाद को नहीं देख पाएंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि इस तरह की सरेआम और वीभत्सव गोलीबारी शायद ही कहीं दुनिया में होती होंगी। बाइडन ने कहा कि वे हथियार पर लगाने वाले प्रतिबंध को लेकर काफी चिंतित हो चुके हैं और अब कोई न कोई कदम उठाने की जरूरत है।