पूर्वी रूस (Eastern Russia) के साइबेरिया (Siberia) में क्रास्नोयार्स्क (Krasnoyarsk) इलाके में आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई है. आग की लपटें गांवों में फैल गई हैं और तेज हवाओं की वजह से, आग बुझाने के काम में रुकावट आ रही है. जंगल की आग बढ़ने से क्रास्नोयार्स्क इलाके में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है.
रूस की जांच समिति की स्थानीय शाखा ने कहा कि मास्को से लगभग 3,000 किमी (1,900 मील) पूर्व में, क्रास्नोयार्स्क इलाके में, कज़ाचिन्सकोए (Kazachinskoe) और शारिपोव्स्की (Sharypovsky) जिलों में 16 बस्तियों में आग लग गई है. इसमें पांच लोगों की मौत हो गई. मौत का कारण लापरवाही बताया गया है, इसलिए इस मामले में आपराधिक कार्यवाही शुरू की गई है. क्रास्नोयार्स्क के गवर्नर अलेक्जेंड्रे उस (Alexandre Uss) का कहना है हवाएं 40 मीटर प्रति सेकंड (131 फीट प्रति सेकंड) की रफ्तार से चल रही हैं, जिसकी वजह से बड़े इलाकों में पेड़ों और बिजली की लाइनें टूट गई हैं, जिसकी वजह से आग लगी है.
आग पर काबू पाने के लिए 300 फायर फाइटर डटे हुए हैं. सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में लोगों के लिए शेल्टर बनाए गए हैं और लोगों को मेडिकल और मनोवैज्ञानिक सहायता दी जा रही है. TASS समाचार एजेंसी के मुताबिक, स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि आग की वजह से 17 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 11 को अस्पताल ले जाया गया है. वहीं, Federal Forestry Agency का कहना है कि बिजली लाइनों में शॉर्ट सर्किट की वजह से 350 घरों में आग लग गई और तेज हवाओं ने स्थिति को और बिगाड़ दिया.
क्रास्नोयार्स्क की इमरजेंसी सेवाओं का कहना है कि तेज हवाओं की वजह से आग पर काबू पाने के लिए विमान का इस्तेमाल भी नहीं किया जा सकता. रूस की एरियल फ़ॉरेस्ट प्रोटेक्शन सर्विस (Aerial Forest Protection Service) ने जंगली इलाकों में लगी आग के फुटेज पब्लिश करते हुए कहा कि इन सभी जगहों पर लगी आग पर जल्दी ही काबू पा लिया गया.