मंगल पर होने वाली इंजेंविनिटी की पहली उड़ान की फाइनल टेस्टिंग शुरू, जानें कहां होगी Live streaming

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Update: 2021-04-09 15:38 GMT

मंगल ग्रह पर नासा का मार्स रोवर परसिवरेंस और हेलीकॉप्‍टर इंजेंविनिटी उस पड़ाव के करीब पहुंच गए हैं जहां पर वो एक नए इतिहास को रचेंगे। नासा के मुताबिक 11 या 12 अप्रैल को इंजेंविनिटी अपनी पहली उड़ान शुरू करेगा। ये फ्लाइट सुबह 3:30 EDT (अमेरिका के स्‍थानीय समयानुसार) या 12:30 PDT (पेसेफिक डेलाइट टाइम) पर होगी। भारत में इसको रात के एक बजे देखा जा सकेगा।हालांकि नासा का कहना है कि फ्लाइट रात में भी हो सकती है। नासा इसकी लाइव स्‍ट्रीमिंग अपने टीवी, वेबसाइट और नासा एप पर भी करेगा। इसके अलावा ये सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म पर भी देखा जा सकेगा। इसको जेपीएल और फेसबुक के यूट्यूब चैनल पर भी देख सकेंगे।

इसको लेकर नासा ने हेलीकॉप्‍टर की फाइनल टेस्टिंग शुरू कर दी है। हेलीकॉप्‍टर के रोटर को घुमा कर देखा गया है। धीरे-धीरे इसकी स्‍पीड बढ़ाकर इसको चेक किया जा रहा है। नासा के ट्वीट के मुताबिक इसको 50 आरपीएम की रफ्तार पर फिलहाल चलाकर देखा गया है।

नासा के मुताबिक मार्स रोवर इस वक्‍त हेलीकॉप्‍टर इंजेविनिटी से करीब 60 मीटर (200 फीट) की दूरी पर खड़ा है, जहां से वोइंजेंविनिटी को देख रहा है। नासा परसिवरेंस मार्स रोवर के ट्वीट में कहा गया है कि मैं इंजेंविनिटी से लगभग आधे रास्ते पर चला गयाहूं जहां मैं लगभग 200 फीट (60 मीटर) की दूरी से इसकी फ्लाइट टेस्टिंग देखूंगा
गौरतलब है कि नासा इस हेलीकॉप्‍टर की टेस्ट फ्लाइट के लिए पूरी तरह से तैयार है। नासा ने इसके रोटर को घुमाकर भी चेक किया है। ये बिल्‍कुल सही से काम कर रहा है। नासा ने एक ट्वीट के जरिए ये जानकारी दी है। रोवर परसिवरेंस की तरफ से किए गए इस ट्वीट में कहा गया है कि मेरे पास इस फ्लाइट को देखने और निगाह बनाए रखने के लिए के लिए जूमिंग कैमरे होंगे। आप हेलीकॉप्‍टर इंजेंविनिटी को मेरे नेविगेशन कैमरों से देख सकते हैं।

आपको यहां पर ये भी बता दें कि नासा की तरफ से आज इस उड़ान को लेकर एक सवाल जवाब का सिलसिला भी होगा। जिसमें कोई भी अपने मन में आ रहे सवालों के जवाब नासा से ले सकता है। इन सवालों के जवाब नासा के इस मिशन से जुड़े विशेषज्ञ देंगे। गौरतलब है कि नासा का मार्स रोवर परसिवरेंस लाल ग्रह के जेजीरो क्रेटर पर 18 फरवरी को उतरा था।
इस पथरीले ग्रह की सतह पर हेलीकॉप्‍टर इंजेंविनिटी करीब 30 दिनों तक उड़ान भरकर यहां की जानकारियां जुटाएगा। ये तीस दिन मंगल ग्रह के हिसाब से होंगे। फ्लाइट के दौरान इंजेंविनिटी को मार्स रोवर का पूरा सपोर्ट भी मिलता रहेगा। ये इमेज क्लिक करने से लेकर वहां के वातावरण से डाटा एकत्रित करने का भी काम करेगा और इससे जुटाई गई जानकारी को नासा के कंट्रोल रूम में भेजेगा।
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