पाकिस्तान के मुल्तान शहर में 14 फरवरी को किसान करेंगे धरना प्रदर्शन, सामने रखीं ये मांगे
पाकिस्तान में किसानों का सरकार के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है। कृषि से जीएसटी छूट को रद्द करने के बाद किसान अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
पाकिस्तान में किसानों का सरकार के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है। कृषि से जीएसटी छूट को रद्द करने के बाद किसान अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। 14 फरवरी को पंजाब प्रांत के मुल्तान शहर में किसानों ने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। आपको बता दें कि
संघीय और प्रांतीय सरकारों के प्रतिनिधियों के साथ इस फैसले को लेकर कई बार पाकिस्तान किसान इत्तेहाद की बैठक हो चुकी है, जिसका कोई सकारात्मक परिणाम ना मिलने पर (पीकेआई) ने कहा कि उन्हें विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
पाकिस्तान किसान इत्तेहाद के अध्यक्ष खालिद महमूद खोखर ने कहा
द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया कि पाकिस्तान किसान इत्तेहाद (पीकेआई) के अध्यक्ष खालिद महमूद खोखर ने शनिवार को लाहौर से बोलते हुए, सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि संघीय और प्रांतीय सरकारों के प्रतिनिधियों के साथ इतनी बेकार की बैठकों के बाद, सरकार ने पीकेआई को 14 फरवरी को मुल्तान में विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर कर दिया है। पीकेआई के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि अगले महीने किसानों के साथ पशु, मछली,
मुर्गी और किसानों के बच्चे भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे।
कृषि से जीएसटी छूट को सरकार ने किया रद्द
सरकार द्वारा कृषि से जीएसटी छूट को रद्द कर दिया गया है, जिसके तहत चावल संकर बीज, मक्का हाइब्रिड आयातित बीज, चारा बीज, सब्जी बीज, सभी स्थानीय बीज, पशु चारा, सोयाबीन, मछली भोजन,
कच्चा कपास, बेनोला, तेल, कपास के बीज का तेल, जैसे अन्य कृषि आदानों से जीएसटी छूट को रद्द कर दिया गया है। सरकार के इस कदम से कृषि मशीनरी, चारा, मछली भोजन, पशु चारा, कदम केक और पोल्ट्री फीड मशीनरी न केवल किसानों को बल्कि जानवरों को भी परेशान करेगी।
पीकेआई के अध्यक्ष खालिद महमूद खोखर ने कहा, 'न तो किसानों को और न ही उनके जानवरों को आइएमएफ से कर्ज मिलता है, फिर आईएमएफ की शर्तों के आधार पर उनके जीवन को मुश्किल क्यों बनाया जा रहा है।'