फराह खान ने पीएमएल-एन के अताउल्लाह तरारी को भेजा कानूनी नोटिस, कहा- लिखित में मांगें माफी
बता दें कि फराह अपने ऊपर लगे विपक्ष के आरोपों के बाद उसी दिन देश छोड़कर दुबई चली गई थी जिस दिन इमरान खान की सरकार गिरी थी।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी बुशरा बीवी की करीबी दोस्त फराह खान ने पीएमएल-एन के नेता अताउल्लाह त्रार को लीगल नोटिस भेजकर अपने खिलाफ दिए गए बयान पर माफी मांगने को कहा है। इस नोटिस में फराह की तरफ से कहा गया है कि यदि सात दिनों के अंदर त्रार ने लिखित में उनसे माफी नहीं मांगी तो वो उनके खिलाफ पांच अरब रुपये की मानहानि का दावा कोर्ट में पेश करेंगी। बता दें कि त्रार पीएमएल-एन के महासचिव हैं और उन्होंने फराह के अचानक देश छोड़कर जाने के बाद उनके खिलाफ बयानबाजी की थी।
एआरवाई की खबर में कहा गया है कि पीएमएल-एन के महासिचव त्रार को पार्टी ने अपने शब्दों को वापस लेने को भी कहा है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक त्रार ने अपने बयान पर खेद जताते हुए माफी मांगी है। लेकिन, फराह ने लिखित में माफी की मांग की है। बता दें कि इमरान खान की सरकार के दौरान फराह काफी सुर्खियों में रही थी। इमरान खान की सरकार के जाने के बाद उनके ऊपर पोस्टिंग के लिए घूस लेने जैसे कई संगीन आरोप भी लगे थे। विपक्ष का यहां तक का आरोप था कि वो देश छोड़कर जाने के दौरान अपने साथ काफी धन और बेशकीमती चीजें भी ले गई हैं। आरोप ये है कि वो जिस हैंडबैग को अपने साथ लेकर गईं उसकी कीमत ही करीब 90 हजार डालर की है।
एआरवाई न्यूज के मुताबिक नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो ने फराह के अकाउंट में 847 मिलियन का धन होने की पुष्टि की है। ब्यूरो के मुताबिक तीन वर्षों के अंदर ये पैसा फराह के अकांउट में आया है। ब्यूरो का ये भी कहना है कि ये अमाउंट फराह के प्रोफाइल से मैच नहीं करता है। एनबीए ने फराह के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री इमरान खान ने फराह का बचाव करते हुए कहा है कि उनकी पत्नी एक हाउस वाइफ हैं और फराह की करीबी हैं।
इसलिए जब सरकार को बुशरा के खिलाफ कुछ नहीं मिला तो उन्होंने फराह को ही बलि का बकरा बना दिया है। इमरान खान ने ये भी कहा है कि फराह पिछले बीस वर्षों से रियल स्टेट बिजनेस में हैं और जिस पैसे की बात कही जा रही है वो यहां से ही आया है और इमानदारी का है। उन्होंने ये भी कहा है कि बीत तीन वर्षों में उन्होंने ये पैसा कमाया है। बता दें कि फराह अपने ऊपर लगे विपक्ष के आरोपों के बाद उसी दिन देश छोड़कर दुबई चली गई थी जिस दिन इमरान खान की सरकार गिरी थी।