माली के गांवों में चरमपंथियों का हमला, कम से कम 40 लोगों की मौत
विद्रोही जल्दी से ग्रामीण क्षेत्रों में फिर से संगठित हो गए और उन्होंने सैन्य ठिकानों पर विनाशकारी हमले जारी रखे.
उत्तरी माली के कई गांवों में बंदूकधारियों (Suspected Jihadists) ने हमले कर दिए. इन हमलों में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी.
यह हिंसा माली, नाइजर और बुर्किना फासो की सीमाओं के करीब हिंसाग्रस्त क्षेत्र में हुई जहां इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े चरमपंथी सक्रिय हैं.
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स्थानीय अधिकारी ओउमर सिस्से ने बताया कि हमलावर रविवार की शाम लगभग छह बजे औटागौना और कराउ समुदायों के बीच पहुंचे और खुद को जिहादी बताया. उन्होंने 'द एसोसिएटेड प्रेस' को बताया, ''अधिकांश पीड़ित अपने घरों के सामने थे अन्य लोग मस्जिद जा रहे थे.''
यह हमला माली की सेना द्वारा दो जिहादी नेताओं को गिरफ्तार करने के एक हफ्ते बाद हुआ है, जिनकी औटागौना और कराउ के निवासियों ने निंदा की थी.
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चरमपंथी वर्षों से इस क्षेत्र में खतरा बने हुए हैं. जिहादी विद्रोहियों ने पहली बार 2012 में उत्तरी माली के शहरों पर कब्जा कर लिया था. हालांकि, एक फ्रांसीसी नेतृत्व वाले सैन्य अभियान में विद्रोहियों को अगले वर्ष शहरी केंद्रों से बाहर कर दिया गया था. विद्रोही जल्दी से ग्रामीण क्षेत्रों में फिर से संगठित हो गए और उन्होंने सैन्य ठिकानों पर विनाशकारी हमले जारी रखे.