एक्सपर्ट्स की राय, तालिबान के जरिये FATF से बचने के लिए अमेरिका को साधेगा पाकिस्तान
एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर आने के लिए पाकिस्तान तालिबान के जरिये अमेरिका का समर्थन पाने की कोशिश करेगा।
नई दिल्ली, एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर आने के लिए पाकिस्तान तालिबान के जरिये अमेरिका का समर्थन पाने की कोशिश करेगा। रणनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार वह इसके लिए तालिबान पर अलकायदा और हक्कानी नेटवर्क से दबाव डलवाएगा। तालिबान के अफगानिस्तान में कब्जा करने में इन दोनों ही आतंकी संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। तालिबान भी यह समझता है कि इन संगठनों पर पाकिस्तान का बहुत प्रभाव है।
पाकिस्तान के नेता इसके लिए काबुल हवाई अड्डे पर इस्लामिक स्टेट-खुरासान के हमले की घटना को भी इस्तेमाल करने की कोशिश करेंगे। वह यह दिखाने की कोशिश करेंगे कि इस्लामिक स्टेट-खुरासान से लड़ने के लिए वह और तालिबान महत्वपूर्ण साझेदार साबित हो सकते हैं। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की अक्टूबर में होने जा रही बैठक में फैसला किया जाना है कि पाक को ग्रे लिस्ट से हटाया जाए या ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाए।