एक्‍सपर्ट सान्‍ग झांगपिंग: अमेरिका चीन से डरा हुआ है, दो युद्धपोत ताइवान स्‍ट्रेट में भेजे

अमेरिका के Antietam और Chancellorsville युद्धपोत ताइवान स्‍ट्रेट से गुजरे थे।

Update: 2022-08-29 07:38 GMT

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्‍पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद से उपजे तनाव के बाद पहली बार रविवार को ताइवान स्‍ट्रेट से दो अमेरिकी युद्धपोत गुजरे थे। इस दौरान चीन की इन युद्धपोतों पर पैनी नजर रही। चीन ने बाद में कहा कि सब कुछ ठीक रहा हालात काबू में हैं। इस घटना के 24 घंटे बाद चीन के मुखपत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स में इस पर एक्‍सपर्ट व्‍यू दिया गया है। इसमें चीन के मिलिट्री एक्‍सपर्ट सान्‍ग झांगपिंग ने कहा है कि अमेरिका चीन से डरा हुआ है इसलिए उसने इस बार अपने दो युद्धपोत ताइवान स्‍ट्रेट में भेजे थे।

सान्‍ग के मुताबिक अमेरिका इस क्षेत्र में कोई गलती नहीं कर सकता है। इसकी एक खास वजह ये है कि वो पीएलए नौसेना की जद में होता है। उसकी कोई भी गलती उसको भारी नुकसान पहुंचा सकती है। इस बात को अमेरिका बखूबी जानता है। यहां पर गलती करने का अर्थ है कि उसको बचाव का कोई मौका नहीं मिल पाएगा। वो पीएलए के हमलों से खुद को बचा नहीं सकेगा। सान्‍ग के मुताबिक नैंसी के दौरे के बाद पहली बार अमेरिका ने अपने युद्धपोतों को इधर भेजा है। आमतौर पर अमेरिका इस क्षेत्र में अपने एक ही युद्धपोत को भेजता था, लेकिन इस बार उसने एक दूसरे की मदद के लिए दो युद्धपोतों को ताइवान स्‍ट्रेट में भेजा था। इसका अर्थ बेहद साफ है कि अमेरिका चीन से डर गया है।

चीन के मिलिट्री एक्‍सपर्ट ने ये भी कहा कि अमेरिका चीन की सैन्‍य शक्ति को अच्‍छे से जानता है। उनके मुताबिक अमेरिका ने जो युद्धपोत इस बार ताइवान स्‍ट्रेट में भेजे थे वो Arleigh Burke Class destroyer और Ticonderoga Class cruisers के थे। इनमें से Ticonderoga Class का युद्धपोत काफी पुराना है। उससे कहीं अधिक बेहतर चीन का 055 टाइप का युद्धपोत है। सान्‍ग ने ये भी कहा कि ताइवान को इस बात से सबक लेना चाहिए, जो अपनी रक्षा के लिए अमेरिका से उम्‍मीद लगाए बैठा है।

चीन ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिकी युद्धपोतों पर उसकी पूरी नजर थी। इस दौरान कुछ अनहोनी नहीं हुई और युद्धपोत आराम से गुजर गए। चीन के बयान में ये भी कहा गया है कि इस दौरान अमेर‍िकी युद्धपोतों के फायर कंट्रोल राडार सिस्‍टम बंद थे। चीन को उनके गुजरने से किसी तरह का कोई खतरा नहीं था। पीएलए की पूर्वी थियेटर कमान प्रवक्‍ता शी यी के मुताबिक इस दौरान चीन की नेवी और सेना पूरी तरह से हाई अलर्ट पर थी। अमेरिकी युद्धपोतों के किसी भी गलत कदम का जवाब तुरंत और करारा दिया जाता। चीन के मुताबिक अमेरिका के Antietam और Chancellorsville युद्धपोत ताइवान स्‍ट्रेट से गुजरे थे।

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