पूर्व सैनिक ने 400 अफगानियों समेत वहां से निकलने की कोशिश की, हुआ गिरफ्तार
अब तक यूके की तरफ से ये भी नहीं बताया गया कि मेरे अन्य साथियों को कब वीजा जारी करेंगे. ये वास्तव में एक भयानक आपदा है.
तालिबान (taliban) के कब्जे के बाद अफगानिस्तान (Afghanistan) से लोग वहां से कैसे भी निकलना चाह रहे हैं. ऐसे में ब्रिटिश सेना (British Army) के पूर्व सैनिक ने 400 अफगानियों समेत वहां से निकलने की कोशिश की. लेकिन तालिबानियों ने उनका मिशन फेल कर दिया और उनको गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के अनुसार रॉयल मिलिट्री पुलिस में एक पूर्व सैनिक बेन स्लेटर ने 400 लोगों को अफगानिस्तान से निकालने की कोशिश की. स्लेटर अब एक एनजीओ चलाते हैं. जिसके स्टाफ के साथ वे वहां से निकालना चाह रहे थे. लेकिन उनके स्टाफ के एक कोच को अफगानिस्तान बार्डर पर पकड़ लिया गया.
बॉर्डर के पास बिताए दो दिन
स्लेटर ने पहले भी अपनी टीम के साथ काबुल से यूके जाने के वाली फ्लाइट में सीट पाने की कोशिश की थी. लेकिन उनकी इस कोशिश पर पानी फिर गया, जिसके बाद उन्होंने 400 लोगों समेत वहां से भागने का प्लान बनाया. इसके लिए उन्होंने बॉर्डर के पास बने हुए चेकपॉइंट के पास एक होटल में दो दिन बिताए. लेकिन बीते गुरुवार की सुबह स्लेटर को तालिबान ने गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया, जहां उनसे उनके स्टाफ के सदस्यों के बारे में पूछताछ की गई. खासतौर पर अविवाहित महिलाएं के बारे में पूछताछ हुई जो शादी के होटल नें रह रही थीं.
एक डील के साथ किया रिहा
द टेलीग्राफ में छ्पी एक खबर के अनुसार पूर्व सैनिक को बाद में रिहा कर दिया गया और कहा गया कि वो एक डील के साथ सीमा पार यात्रा कर सकता है, लेकिन उसके बाकी साथियों को काबुल लौटना होगा, क्योंकि उन्हें यूके जाने के लिए वीजा नहीं दिया गया. स्लेटर ने लोगों की मदद करना जारी रखने की बात कही. उन्होने कहा कि वे अब यूके या किसी अन्य पश्चिमी देश से उनके लिए वीजा बनवाने की कोशिश करेंगे. इसके लिए उन्होंने एफसीडीओ और होम ऑफिस से अपने साथियों को बाहर निकालने का आह्वान किया. उन्होने बताया कि 'स्थिति बेहद खराब है. यूके केवल मुझे और मेरे एक साथी को ही वापस बुला रहा है. अब तक यूके की तरफ से ये भी नहीं बताया गया कि मेरे अन्य साथियों को कब वीजा जारी करेंगे. ये वास्तव में एक भयानक आपदा है.