हिमालय भी भारत से दोस्ती नहीं रोक सकता: विदेश मंत्री
कई राउंड की बातचीत के बाद भी दोनों देश किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके हैं।
चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी के फेयरवेल वर्चुअल बैठक में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने उम्मीद जताई है कि बॉर्डर पर तनाव में कमी आएगी। वांग ने बैठक में कहा है कि हमें आपसी समझ बनानी चाहिए। गलत फैसला नहीं लेना चाहिए। हमें दीर्घकालिक सोच रखने की जरूरत है और अस्थायी चीजों से विचलित नहीं होना चाहिए। भारत और चीन को एक-दूसरे को सफल होने में मदद करनी चाहिए। दोनों को एक-दूसरे को थका नहीं देना चाहिए।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट बताती है कि वांग ने कहा है कि जब हम भरोसा कायम कर सकते हैं तो हिमालय भी हमारी दोस्ती को नहीं रोक सकता है। लेकिन एक बार यकीन खो जाने के बाद पहाड़ का एक सिरा भी हमारे साथ आने के लिए पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा है कि चीन और भारत को एक-दूसरे को गलत ठहराने के बजाय आपसी समझ को बढ़ाना चाहिए।
बैठक में मिसरी ने कहा कि पिछले साल से कुछ चुनौतियों ने रिश्ते में विशाल अवसरों को खत्म कर दिया था। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई है कि दोनों देश मौजूदा मुश्किलों को दूर करते हुए संबंधों को सकारात्मक दिशा में आगे ले जाएंगे। बता दें कि विक्रम मिसरी का कार्यकाल दिसंबर में खत्म हो रहा है और भारत ने अब तक चीन में नए राजदूत की घोषणा नहीं की है।
बता दें कि अप्रैल 2019 से ही लद्दाख बॉर्डर पर दोनों देशों के बीच तनाव जारी है। जून 2020 में यह विरोध हिंसक हो गया था जिसमें दोनों पक्ष के सैनिकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद दोंनों देशों ने बॉर्डर पर सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है। कई राउंड की बातचीत के बाद भी दोनों देश किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके हैं।