दिवाली के दिन पटाखे पर बैन होने के बाद भी लोगों ने जमकर आतिशबाजी की, देखें किसने क्या लिखा

राजधानी में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है और भूरे रंग का स्मॉग छाया हुआ है।

Update: 2021-11-05 14:42 GMT

दिवाली के दिन पटाखे पर बैन होने के बाद भी लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। इसके बाद असर ये हुआ है कि 5 नवंबर की सुबह दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 999 तक पहुंच गया। बता दें कि AQI को अधिकतम 999 तक ही रिकॉर्ड किया जा सकता है। इससे अधिक का विकल्प ही नहीं है। माने दिल्ली में प्रदूषण से बुरा हाल है और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत आ रही है।

इस प्रदूषण की वजह से दुनिया में भी भारत की किरिकरी हो रही है। इंटरनेशनल मीडिया ने दिल्ली की खराब हवा को प्रमुखता से जगह दी है। दी इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट ने दिवाली के बाद दिल्ली की हवा को जहरीला बताया है। कहा है कि लोगों को सांस लेने में दिक्कत, गले में खुजली, आंखों में पानी आना और तेज सिरदर्द की शिकायत आ रही है।
बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक गिर जाने के कारण भारत की राजधानी दिल्ली का आसमान धूसर हो गया। प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने पटाखे फोड़े जिससे प्रदूषण का स्तर बिगड़ गया है। गाड़ियों और इंडस्ट्रियल इमिशन, धूल और मौसम के मिजाज ने दिल्ली को दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बना दिया है।
रॉयटर्स ने लिखा है कि पार्टी खत्म, अब दिल्ली में खतरनाक रूप से अस्वस्थ हवा। दुनिया की किसी देश की राजधानी की तुलना में नई दिल्ली की हवा की गुणवत्ता सबसे खराब है। यह आतिशबाजी से हुए प्रदूषण की कीमत है।
दी गार्डियन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि दिल्ली के लोगों के लिए दिवाली की सुबह प्रदूषण का सालाना तस्वीर भी लेकर आई है। राजधानी में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है और भूरे रंग का स्मॉग छाया हुआ है।


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